दो साल विलंब से चल रहा प्लेन रीसाईक्लिंग यूनिट का काम!
(अय्यूब कुरैशी)
सिवनी (साई)। जिले में लगभग सब कुछ ही विलंब से चल रहा है। मॉडल रोड, जलावर्धन योजन, फोरलेन, रेलवे का अमान परिवर्तन आदि हर काम विलंब से ही चल रहा है। इनके लिये तय की गयी मियाद समाप्त हो चुकी हैं। इसी तर्ज पर सिवनी में हवाई जहाज की रीसाईक्लिंग का काम भी दो साल विलंब से ही चल रहा है।
विमानन विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि सिवनी जिले की हवाई पट्टी को प्रदेश की सबसे आदर्श हवाई पट्टी के रूप में देखा जाता है। लगभग आठ साल पहले सुकतरा में तैयार हुई इस हवाई पट्टी को लोकार्पण के बिना ही आरंभ कर दिया गया है।
जिला प्रशासन के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि राज्य शासन के द्वारा सुकतरा की हवाई पट्टी को मेस्को एयरो स्पेस कंपनी को लीज पर दिया गया था। इसके लिये अनुबंध का निष्पादन 2016 में होने के बाद कंपनी को 2017 से यहाँ पुराने विमान लाये जाकर उनके पुर्जे निकालकर रीसाईक्लिंग का काम आरंभ किया जाना था।
सूत्रों ने बताया कि पूर्ववर्ती जिलाधिकारियों के द्वारा इस दिशा में किंचित मात्र ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा गया। गत दिवस जिला धिकारी प्रवीण सिंह एवं जिला पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक के द्वारा सुकतरा में इस कंपनी के द्वारा किये जाने वाले कामों की प्रगति देखी गयी।
सूत्रों ने बताया कि सुकतरा की हवाई पट्टी का उपयोग पेंच नेशनल पार्क के साथ ही साथ कान्हा नेशनल पार्क आने वाले पर्यटकों के लिये कराये जाने के मार्ग भी प्रशासन के द्वारा प्रशस्त कराये जा सकते हैं। इसके लिये छोटे विमानों के जरिये पर्यटकों को यहाँ लाये जाने की कवायद की जा सकती है।
सूत्रों की मानें तो इस हवाई पट्टी से कुछ ही किलो मीटर दूरी पर पेंच का कर्माझिरी द्वार भी है। इसके आसपास अनेक नेताओं के भूखण्ड भी हैं। आने वाले दिनों में कर्माझिरी द्वार को विकसित करने और इस रास्ते, पर्यटकों को लुभाने के मार्ग भी प्रशस्त हो जायें तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिये।
सूत्रों ने बताया कि जिलाधिकारी एवं जिला पुलिस अधीक्षक के संयुक्त निरीक्षण में यह भी पाया गया कि रख रखाव के अभाव में हवाई पट्टी भी जर्जर होने की स्थिति में आ रही है। इसका कारण यह है कि इस हवाई पट्टी का उपयोग दो चार माह में महज एकाध बार ही किया जा रहा है।
सूत्रों ने यह भी कहा कि इस हवाई पट्टी का संधारण लोक निर्माण विभाग को विमानन विभाग के मानकों के आधार पर किया जाना चाहिये था, किन्तु अधिकारियों की कथित उदासीनता से यहाँ हवाई पट्टी के आसपास खरपतवार भी बहुतायत में ऊग चुकी है और यहाँ कोई भी जिम्मेदार अधिकारी नियमित निरीक्षण नहीं करता है।
सूत्रों ने इस बात के संकेत भी दिये हैं कि अधिकारियों के द्वारा किये गये निरीक्षण के उपरांत इसका प्रतिवेदन राज्य सरकार को भेजा जायेगा। इसके बाद संभव है कि विलंब से काम करने वाली मैक्सोे एयर स्पेस कंपनी का अनुबंध निरस्त करने की कार्यवाही भी की जा सकती है, इसके चलते अभी तक जिले के निवासियों को रोजगार भी मुहैया नहीं हो पाया है।
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