मामला पालिका कॉम्प्लेक्स की 14 दुकानों के विवाद का
(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। नगर पालिका परिषद में किस कदर अराजकता हावी है, इस बात का पता पालिका की 14 दुकानों की जाँच के तीन साल से लंबित पड़े रहने से ही लगाया जा सकता है।
ज्ञातव्य है कि नगर पालिका कॉम्प्लेक्स की चौदह दुकानों के संबंध में हुए विवाद एवं भ्रष्टाचार के लगे आरोपों से आहत राजस्व समिति के सभापति एवं आजाद वार्ड के पार्षद अभिषेक दुबे द्वारा लगभग तीन साल पहले नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमति आरती शुक्ला को एक पत्र लिखकर इस मामले की जाँच कराने का आग्रह किया गया था।
नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमति आरती शुक्ला के द्वारा इस मामले में 28 जुलाई 2017 को एक पत्र मुख्य नगर पालिका अधिकारी को लिखकर इस मामले की जाँच हेतु एक समिति के गठन की बात कही गयी थी। तत्कालीन मुख्य नगर पालिका अधिकारी किशन सिंह ठाकुर के द्वारा एक अगस्त 2017 को पाँच सदस्यों से युक्त एक समिति का गठन कर निर्धारित समयावधि में जाँच कर प्रतिवेदन सौंपने की बात कही गयी थी।
नगर पलिका अधिकारी के द्वारा एक अगस्त को बनायी गयी समिति में शफीक पार्षद को समिति का अध्यक्ष बनाया गया था। इनके अलावा इसमें पार्षदों में स्व.मनु चंद सोनी, अवधेश पिंकी त्रिवेदी, चंद्रकांता महोबिया, श्रीमति सबा वाहिद खान को सदस्य बनाया गया था।
पालिका के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि जाँच समिति की एक ही बैठक आठ माह में हो पायी थी। वहीं, सदस्यों का कहना है कि नगर पालिका के द्वारा जाँच समिति को वांछित दस्तावेज ही उपलब्ध नहीं कराये जा रहे हैं तो जाँच समिति किस आधार पर जाँच करके अपना प्रतिवेदन देगी।