टिकिट पाने होने लगे तरह-तरह के जतन!

 

 

किसी दल के वरिष्ठ नेता के द्वारा सूटकेस बांटे जाने की चर्चाएं!

(लिमटी खरे)

सिवनी (साई)। लोक सभा चुनावों की रणभेरी बज चुकी है। सिवनी लोक सभा के अवसान के उपरांत अब एक बार फिर सिवनी की सियासत में उबाल आता प्रतीत हो रहा है। भारतीय जनता पार्टी में सबसे ज्यादा खदबदाहट महसूस की जा रही है। बालाघाट संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिये अब अनेक नाम सामने आते दिख रहे हैं।

भारतीय जनता पार्टी के अंदरखाने से छन-छन कर बाहर आ रहीं खबरों पर अगर यकीन किया जाये तो वर्तमान सांसद बोध सिंह भगत अपनी टिकिट लगभग तय मानकर चल रहे हैं। वहीं उनके धुर विरोधी माने जाने वाले प्रदेश के कबीना मंत्री रहे गौरी शंकर बिसेन के द्वारा अपनी पुत्री को टिकिट दिलाये जाने की हर संभव कोशिश की जा रही है।

इधर, दिल्ली स्थित मुख्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि पार्टी के द्वारा हर संभाग से कम से कम एक महिला उम्मीदवार को मैदान में उतारा जायेगा। इसके चलते गौरी शंकर बिसेन की पुत्री मौसम बिसेन को टिकिट मिलना लगभग तय ही माना जा रहा है, क्योंकि संभाग की अन्य लोक सभा सीटों पर भाजपा के पास सशक्त महिला उम्मीदवारों का टोटा ही दिख रहा है।

सूत्रों ने बताया कि छिंदवाड़ा की अनुसुईया उईके के अलावा सिवनी की सांसद रहीं श्रीमती नीता पटेरिया के अलावा जिला पंचायत सिवनी की अध्यक्ष श्रीमती मीना बिसेन के नामों पर भी विचार जारी है। बालाघाट संसदीय क्षेत्र में काँग्रेस को लगातार ही पराजय का सामना करना पड़ता आया है इस लिहाज से भाजपा के उम्मीदवारों का मानना है कि वे इस सीट पर आसानी से परचम लहरा सकेंगे। इधर, विधान सभा में इस बार के प्रदर्शन के आधार पर काँग्रेस भी इस सीट पर आशान्वित दिख रही है।

सूत्रों का कहना है कि बालाघाट संसदीय क्षेत्र में भाजपा के एक कद्दावर नेता के द्वारा महिला कार्ड को हवा दी गयी है। जैसे ही महिला को इस संसदीय क्षेत्र से टिकिट देने की बात सामने आयी वैसे ही उनके विरोधियों के द्वारा सिवनी की पूर्व सांसद श्रीमती नीता पटेरिया और जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मीना बिसेन के नाम आगे कर इस कार्ड को पंचर करने का प्रयास भी कर दिया गया।

चलीं सूटकेस की चर्चाएं : सियासी हल्कों में चल रहीं चर्चाओं के अनुसार एक सियासी संगठन में किसी कद्दावर नेता के द्वारा संगठन के कुछ पदाधिकारियों को सूटकेस भी उपहार में दिये जाने की चर्चाएं चल रही हैं।