(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। दक्षिण वन मण्डल, रूखड़ परिक्षेत्र के पोतलई ग्राम से बाघ की खाल के साथ पकड़े गये आरोपियों से पूछताछ के आधार पर सप्ताह भर बाद बाघ के शेष अवशेष (अंग) मिल गये हैं। अवशेष व बाघ की खाल को परीक्षण के लिये टीम ने जबलपुर व हैदराबाद भेज दिया है।
परीक्षण के बाद इसकी पुष्टि होगी कि खाल व अवशेष एक ही बाघ के हैं या नहीं। भोपाल एसटीएफ व दक्षिण वन मण्डल की टीम को यह सफलता अब तक पकड़े गये 10 आरोपियों से पूछताछ के बाद मिली है।
गौरतलब है कि दक्षिण वन मण्डल की टीम ने छः मई की देर शाम को पोतलई ग्राम निवासी हेमचंद भलावी के पास से बाघ का खाल बरामद किया था। टीम खरीददार बनकर उसके पास गयी और उसको गिरफ्तार करने के साथ खाल जप्त कर ली। इसके दूसरे दिन टीम ने इस मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया।
इसके बाद से इस मामले में अब तक कुल 10 लोग गिरफ्तार किये गये हैं। इसमें शिकार करने वाले, खाल निकालने और उसको बेचन के लिये तस्कर की तलाश करने में सहयोग करने वाले आदि हैं। अभी इस मामले में और गिरफ्तारियों की संभावना बतायी गयी है। दक्षिण वन मण्डल की टीम भोपाल एसटीएफ के नेत्तृत्व में कार्य कर रही है।
उनकी बातों पर गौर करें तो आरोपियों के तार बाहर किसी से जुड़े होने की प्रबल संभावना नजर आ रही है। जल्द ही इस मामले का खुलासा हो सकता है। अभी तक हुई कार्यवाही और आरोपियों से मिली जानकारी पर गौर करें तो लगभग डेढ़ माह पूर्व बाघ का शिकार हेमंचद के खेत में लगाये गये तार में प्रवाहित हो रही करंट से की गयी थी।
बाघ के मरने के बाद उसके खाल, पंजे आदि को अलग कर उसको पोतलाई ग्राम के एक कुंए में फेंक दिया गया। इसके बाद आरोपियों ने खाल बेचने के लिये तस्करों की तलाश आरंभ कर दी। इससे उनके तार एक से दूसरे से जुड़ते गये और इस बीच इसकी खबर मुखबिर को लगी तो उसने वन मण्डल अधिकारी टी.एस. सूलिया को इसकी जानकारी दी।
वनमण्डलाधिकारी टी.एस. सूलिया ने इस मामले में एसडीओ सिवनी व कुरई के नेत्तृत्व में टीम गठित कर मौके पर भेजा और सफलता मिली। वर्तमान में टीम एक फरार आरोपी की तलाश में हैं। उसकी गिरफ्तारी के बाद उम्मीद है कि बाहर के तस्करों तक टीम पहुँच जायेगी।
मोबाईल नंबर से तलाशे जायेंगे लिंक : भोपाल एसटीएफ व दक्षिण वन मण्डल की टीम बाघ के मामले में आरोपियों के मोबाईल नंबर के आधार पर उनके लिंक तलाशना आरंभ कर दिया है। अनुमान लगाया जा रहा है अंर्तराज्यीय गिरोह के साथ ही दूसरे देश के तस्करों से भी इनके संबंध हो सकते हैं।
तेंदुए के मामले में अब तक दो गिरफ्तारी : दक्षिण वन मण्डल की टीम ने सात मई को जोगीवाड़ा से एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। उसके पास से तेंदुए की पूंछ, खाल, पंजे तथा अन्य वन्य प्राणियों के अंग मिले थे। इस मामले में टीम ने अब तक केवल दो गिरफ्तारी की है। इसमें इसके आगे कोई सफलता नहीं मिली है।

समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं.
अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.