(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। सिवनी जिले में पदस्थ अधिकारियों को जिले से कितना लगाव हो जाता है इसका प्रमाण शिक्षा विभाग में देखने को मिल रहा है। सिवनी से स्थानांतरित जिला शिक्षा अधिकारी एस.पी. लाल के द्वारा स्थानांतरण के बाद स्थगन प्राप्त कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले से स्थानांतरित किये गये जिला शिक्षा अधिकारी एस.पी. लाल हाई कोर्ट का स्थगन लेकर आ गये हैं। हालांकि जैसे ही उनका ट्रांसफर हुआ वैसे ही उनके द्वारा सियासी आकाओं की ओर दौड़ भी लगाये गये पर वहाँ बात न बनती देख उनके द्वारा माननीय उच्च न्यायालय की शरण ली गयी।
इसी तरह छपारा में सुनील राय को हटाकर गोविंद उईके को बीआरसी बनाया गया था लेकिन बीआरसी के पद पर डेढ़ साल से पदस्थ सुनील राय आचार संहिता लगने का बहाना बताकर खुद को छपारा का बीआरसी होने का दावा ठोंक रहे हैं। ऐसे में अब छपारा व जिला शिक्षा कार्यालय में कुर्सी की खींचतान मच गयी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला शिक्षा अधिकारी एस.पी. लाल पर लगे आरोपों के बाद शासन के द्वारा एस.पी. लाल को गुना जिले के डाईट प्रचार्य के रूप में पदस्थ होने का आदेश जारी किया गया था। स्थानांतरण आदेश मिलने के पहले ही एस.पी. लाल छिंदवाड़ा जिले में अपने संबंधों के जरिये इसे निरस्त कराने की जुगत में लग गये थे।
शनिवार और रविवार को अवकाश होने के कारण यह स्थिति स्पष्ट नहीं हो पायी है कि जिला शिक्षा अधिकारी की कुर्सी पर कौन बैठेगा। अब सोमवार को कार्यालयों में कामकाज आरंभ होने के बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी कि जिला शिक्षा अधिकारी का कार्यभार एस.पी. लाल सम्हालेंगे या जी.एस. बघेल!