लिमटी की लालटेन 631

क्या कर रही थी राहुल गांधी की सभा के मंच पर भाजपा प्रत्याशी फग्गन सिंह की फोटो!

आखिर क्या संदेश दे रहा था कांग्रेस प्रत्याशी की सभा में भाजपा प्रत्याशी की फोटो वाला फ्लेक्स!

(लिमटी खरे)

अठ्ठारहवीं लोकसभा के लिए चुनाव चल रहे हैं। चुनावों के दौरान अनेक तरह की बातें सामने आती दिख रही हैं। कहीं नेता दल बदल रहे हैं तो कहीं जुबानी जंग सारी हदों को पार करती नजर आ रही है। इस सबके बीच सोमवार 08 अप्रैल को देश के हृदय प्रदेश के सिवनी जिले में मण्डला लोकसभा क्षेत्र के लिए कांग्रेस प्रत्याशी विधायक ओमकार सिंह मरकाम के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी सिवनी जिले के धनौरा ग्राम में पहुंचने वाले थे। उनके कार्यक्रम के लिए धनौरा में सजाए गए मंच के पीछे वाले हिस्से में एक बड़ा सा फ्लेक्स लगाया गया था। इस फ्लेक्स में कांग्रेस के तमाम नेताओं के अलावा कांग्रेस के ओमकार सिंह मरकाम के खिलाफ चुनाव लड़ रहे भाजपा के उम्मीदवार एवं केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते की फोटो लगी हुई थी। फ्लेक्स लगाए जाने के बाद काफी समय तक यह मंच पर लगा रहा। अचानक ही किसी की नजर इस पर पड़ी तब मचा हड़कंप।

दरअसल, 2008 में हुए परिसीमन के बाद सिवनी लोकसभा सीट विलोपित कर दी गई। सिवनी जिले में आने वाली पांच विधान सभा सीटों में से घंसौर सीट का भी विलोपन कर दिया गया। सिवनी की बची चार विधान सभा सीटों में से लखनादौन और केवलारी सीट को मण्डला संसदीय क्षेत्र का हिस्सा बना दिया गया और सिवनी और बरघाट विधानसभा सीट को बालाघाट लोकसभा सीट में समाहित कर दिया गया। परिसीमन को लेकर जब दावे आपत्तियों के दौर चल रहे थे तब सिवनी के नेताओं का कहना था कि सिवनी लोकसभा के विलोपन का प्रस्ताव ही नहीं था। यह होते हुए भी सिवनी के नेता सिवनी लोकसभा सीट के विलोपन को रोक नहीं पाए।

बहरहाल, वर्तमान में लोकसभा चुनावों के लिए चल रहे चुनाव प्रचार में धनौरा में कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी के लिए सजाए गए मंच पर जो कुछ हुआ वह अनेक अनुत्तरित प्रश्न छोड़ गया है। यह सामान्य भूल नहीं मानी जा सकती है। वैसे भी हालात देखकर लोग यही कहते हैं कि कांग्रेस में सत्ता की धुरी वर्तमान समय में राहुल गांधी के इर्द गिर्द ही घूमती नजर आ रही है। मध्य प्रदेश में इस समय हॉट सीट अगर कोई है तो वह है छिंदवाड़ा। राहुल गांधी छिंदवाड़ा जिले की सीमा से लगे सिवनी जिले में सभा करके चले गए पर वे छिंदवाड़ा नहीं पहुंचे। इतना ही नहीं कांग्रेस के महाकौशल सर्वमान्य क्षत्रप कमल नाथ भी इस सभा में नहीं पहुंचे, जिसे लेकर तरह तरह की चर्चाएं भी चल रही हैं।

सबसे अहम बात तो यह है कि कांग्रेस के प्रत्याशी ओमकार सिंह मरकाम के पक्ष में सिवनी जिले के घनौरा में होने वाली इस सभा के लिए मंच बनाने के लिए कांग्रेस के जिलाध्यक्ष, ब्लाक अध्यक्ष, लखनादौन के विधायक योगेंद्र सिंह, केवलारी के विधायक रजनीश सिंह सहित कांग्रेस के अन्य कार्यकर्ताओं ने ही मेहनत की होगी। तब आखिर कौन सी ऐसी वजह रही कि कांग्रेस के सुपर स्टार प्रचारक राहुल गांधी की सभा के लिए बनाए गए स्टेज के पार्श्व में लगाए गए फ्लेक्स में कांग्रेस के प्रत्याशी के साथ उनके प्रतिद्वंदी और भाजपा के उम्मीदवार फग्गन सिंह कुलस्ते की फोटो चस्पा हो गई। फ्लेक्स फोटो चस्पा हुई तो हुई, मजे की बात तो यह है कि यह फ्लेक्स लंबे समय तक स्टेज पर लगा ही रहा।

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कांग्रेस के अंदरखाने से छन छन कर बाहर आ रही खबरों पर अगर यकीन किया जाए तो यह सब कांग्रेस के जिला स्तरीय आला नेताओं की उदासीनता का ही परिणाम था। इसे सामान्य गलति मानकर इसका पटाक्षेप अगर कांग्रेस करना चाहे तो वह कांग्रेस के नेताओं की मर्जी, पर कांग्रेस के दो दो विधायक, जिलाध्यक्ष, ब्लाक अध्यक्ष, कार्यकर्ताओं की लंबी चौड़ी फौज के होते हुए इस तरह की गलति कैसे हुई इस बारे में कांग्रेस को जांच अवश्य करवाना चाहिए। धनौरा से जिला मुख्यालय की दूरी ज्यादा है। घंसौर और धनौरा की ओर वैसे भी ज्यादा ध्यान नेताओं का नहीं रहता आया है। विशेषकर घंसौर विधानसभा सीट के विलोपन के बाद तो यह क्षेत्र मानो पूरी तरह उपेक्षित ही हो गया है। यह क्षेत्र मुख्य मार्ग पर नहीं होने के चलते थी यहां की गतिविधियां जिला मुख्यालय तक कम ही पहुंच पाती हैं। इन परिस्थितियों में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष इस गलति के लिए जिम्मेदार माने जा सकते हैं। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष के अधीन दोनों विधायक भी सामान्य कार्यकर्ता की हैसियत में ही हैं, इस लिहाज से अब तक इस गलति के लिए कारण बताओ नोटिस तो कम से कम जारी हो ही जाना चाहिए था। हो सकता है कि अपनी खाल बचाने के लिए आला नेता इस तरह का जतन करें भी।

मंच पर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी भी मौजूद रहे और राहुल गांधी भी, उनके साथ कांग्रेस के बहुत सारे वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। फ्लेक्स प्रकरण में भाजपा प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलस्ते की फोटो के स्थान पर केवलारी विधायक रजनीश सिंह की फोटो लगा दी गई। कहा जा रहा है कि इस बारे में न तो राहुल गांधी को ही भनक लग पाई, न ही कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी को ही इस बारे में कोई जानकारी हुई। यह है कांग्रेस के अंदरूनी सूचना तंत्र।

इस मामले के प्रकाश में आते ही भोपाल, दिल्ली का मीडिया सक्रिय हो गया और लगातार ही दिल्ली भोपाल में बैठे लोग अपडेट लेते रहे। हो सकता है इस बारे में रात ढलने के साथ ही कांग्रेस के आला नेताओं को इस बात की जानकारी मिले, तब वे कुछ एक्शन लें। लोगों का कहना था कि दरअसल, जिस जगह भाजपा के फ्लेक्स छप रहे थे, उसी जगह कांग्रेस के फ्लेक्स भी छपवा दिए गए और छपने के बाद किसी ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया, क्योंकि रात में ही यह काम हुआ और रात के वक्त सोडे की डकारें और धुंए के छल्लों के बीच किसी को शायद ही कुछ याद रहता हो! इस मामले में मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने अवश्य कांग्रेस को गैर जिम्मेदार ठहराया है पर इस पूरे फ्लेक्स प्रकरण में अब तक भाजपा प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलस्ते का किसी तरह का आधिकारिक बयान न आना अनेक आश्चर्य को जन्म दे रहा है। इस बार मण्डला एवं बालाघाट संसदीय क्षेत्र के लिए 19 अप्रैल को लोकसभा के लिए मतदान होगा। आप अपने मताधिकार का प्रयोग अनिवार्य तौर पर करते हुए जिम्मेदार नागरिक होने का कर्तव्य अदा जरूर करें . . .

(लेखक समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के संपादक हैं.)

(साई फीचर्स)