बाघ के हमले में लाईनमेन घायल

 

 

पानी की तलाश में आबादी की ओर आ रहे वन्यजीव

(जाहिद शेख)

कुरई (साई)। दक्षिण सामान्य वन मण्डल के कुरई वन परिक्षेत्र के परासपानी गाँव में जंगल से लगे खेत में बिजली की लाईन सुधारने के दौरान 57 वर्षीय एक लाईनमेन को मंगलवार 04 जून की शाम बाघ ने हमला करके घायल कर दिया। इसके पहले इसी क्षेत्र में बाघ के द्वारा एक युवक को घायल कर दिया गया था।

लाईनमेन के साथ सुधार कार्य में जुटी पेट्रोलिंग टीम ने शोरगुल कर बाघ के जबड़े और पंजे में फंसे लाईनमेन की जान किसी तरह बचायी। घायल लाईनमेन यशवंत पिता राम दयाल बिसेन का पीपरवानी स्वास्थ्य केन्द्र में प्राथमिक उपचार कराया गया, और फिर उन्हें कुरई अस्पताल में भर्त्ती कराया गया है।

बाघ के द्वारा मानव पर हमले की यह दूसरी घटना है। इससे पहले एक मई को बाघ ने शौच करने के लिये जंगल की ओर गये परासपानी गाँव निवासी युवक पंचम (22) पिता मोहन ग्वारा को हमला करके घायल कर दिया था। तीन दिन बाद एक बार फिर लाईनमेन पर किये गये बाघ के हमले से क्षेत्रवासी दहशत में आ गये हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि बाघ कभी भी लोगों को बड़ा नुकसान पहुँचा सकता है। रूखड़ में वन विभाग के एसडीओ राकेश कोड़ोपे ने बताया कि पिछले दिनों आँधी तूफान से क्षतिग्रस्त बिजली लाईनों को लाईनमेन यशवंत बिसेन पेट्रोलिंग टीम के साथ 04 जून की शाम लगभग 05 बजे सही कर रहे थे।

उन्होंने बताया कि खेतों से गुजरी लाईनों को चैक करते हुए जैसे ही लाईनमेन यशवंत गन्ने के खेतों की तरफ पहुँचे, यहाँ झाड़ियों के बीच छुपे बैठे बाघ ने यशवंत पर हमला कर घायल कर दिया। लाईनमेन यशवंत के मुताबिक हमला करके बाघ ने उनके दांयें हाथ को अपने जबड़े में दबा लिया जबकि पीठ पर पंजे से वार करके भी उन्हें घायल कर दिया।

उन्होंने बताया कि बाघ के नुकीले और पैने दांत गड़ने के कारण हाथ में गहरे घाव हुए हैं। उन्होंने बताया कि हमले के दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने शोरगुल करके किसी तरह उन्हें बचा लिया। लोगों की आवाज और भीड़ के शोरगुल से विचलित होकर बाघ ने लाईनमेन को छोड़ दिया और पीछे हट गया। बाद में यह हमलावर बाघ खेत से जंगल की तरफ लौट गया।