सावन मास इस बार 17 से

 

 

इस बार आयेंगे 04 सोमवार

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। भगवान शिव की आराधना का महीना सावन 17 जुलाई को प्रारंभ होगा। इस बार सावन मास में सोम प्रदोष, अमृत व सर्वार्थ सिद्धि का विशेष योग बन रहा है। 30 जुलाई को सावन मास की शिवरात्रि मनायी जायेगी। इस बार श्रावण मास में चार सोमवार हैं।

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार ऐसी मान्यता है कि सावन मास में विधि विधान के साथ भगवान शिव की पूजन करने से मनोकामना पूर्ण होती है। 15 अगस्त को स्वाधीनता दिवस के साथ ही रक्षाबंधन को सावन मास का समापन होगा। इस साल 17 जुलाई को सावन मास की शुरुआत होगी।

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार सावन मास में भगवान की शिव की आराधना का विशेष महत्व है। दीर्घ आयु व सुख समृद्धि के लिये ऊँ नमः शिवाय पंचाक्षर, शिव चालीसा, शिव महिमा स्तोत्र का जाप करना चाहिये। महामृत्युंजय का जाप व रुद्राभिषेक कराने से लंबे समय से बीमार व गंभीर रोगियों को स्वास्थ्य लाभ होता है। ऐसी मान्यता है कि जिन युवतियों के विवाह में विलंब हा़े रहा है, उनके द्वारा सावन के पहले सोमवार से 16 सोमवार व्रत करने से मनोवांछित वर की प्राप्ति होती है।

ज्योतिषाचार्यों ने बताया कि 22 जुलाई को नाग पंचमी मनायी जायेगी। इस दिन साँप के प्रतीक का महिलाओं के द्वारा पूजन किया जायेगा। 28 जुलाई को कामदा एकादशी मनायी जायेगी। सावन मास के दूसरे सोमवार 29 जुलाई को सोम प्रदोष, अमृत व सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। इस बार सावन मास की शिवरात्रि 30 जुलाई को मनायी जायेगी। सावन मास का पहला सोमवार 22 जुलाई, दूसरा सोमवार 29 जुलाई, तीसरा सोमवार 05 अगस्त व चौथा सोमवार 12 अगस्त को है।