सर्दी में ही क्यों होता है जुकाम!

सर्दी के मौसम में जुकाम अधिक क्यों होता हैइस सवाल का जवाब अभी तक साफ नहीं था। लेकिनअब वैज्ञानिकों ने इसका उत्तर तलाशने का काम किया है।

एक ताजा वैज्ञानिक शोध में इस बात का पता लगाया है कि आखिर क्यों सर्दियों में जुकाम तेजी से फैलता है। वैज्ञानिकों को इस बात के संकेत मिले कि इस मौसम में लोग एक-दूसरे से अधिक करीब आते हैंजिससे जुकाम के विषाणुओं को तेजी से फैलने में मदद मिलती है। इसी से जुकाम तेजी से फैलता है।

साथ ही वैज्ञानिकों ने मौसमी हालात को जुकाम के विषाणुओं के लिए मददगार बताया। उन्होंने बताया कि तापमान में गिरावट और शुष्की बढ़ने से भी विषाणु अधिक तेजी से पनपने लगते हैं। शोध में सुझाया गया है कि मौसम में आ रहे उतार-चढ़ाव की वजह से इंसान की प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर पड़ जाती है।

ठंड के मौसम में सूरज की रोशनी और उष्मा दोनों कम हो जाते हैं। नतीजतन शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी भी नहीं मिलता और इसका असर हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर भी पड़ता है। हालांकि वैज्ञानिक जो भी वजह बताते होंलेकिन आम आदमी को इस बात से अनजान नहीं है कि सर्दियों के मौसम में जुकाम के मामले बढ़ जाते हैं।

विक्स सर्दीजुकाम से दिलाता है छुटकारा। सीने के बजाए पैर में लगाने के हैं ज्या़दा फायदे। रात में सोने से पहले विक्सि की करें मालिश।

जब आपको खांसी या अस्थमा की शिकायत होती है तो इसके लिए आप अपने घर में रखे विक्स का इस्तेमाल जरूर करते होंगे। इसके प्रयोग से इन समस्या ओं से आराम भी मिलता है। सर्दी और नजला के लक्षण दिखाई देने पर विक्क को खासतौर पर छाती पर लगाते हैंजिससे शरीर को आराम मिलता ही है साथ ही रात में नींद भी अच्छी आती है। लेकिन आपको शायद यह पता नही होगा कि विक्स को शरीर के दूसरे हिस्सों में लगाया जा सकता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि विक्स को सीने में रगड़ने के बजाए यदि पैर के तलवों में ठीक तरह से मालिश किया जाए तो खांसी-जुकाम से जल्दी छुटकारा पाया जा सकता है। रात को सोने से पहले इसे लगाने के बाद सुबह आप पहले से बेहतर महसूस करेंगे।

क्या है इसकी सच्चाई?

विक्स सर्दी जुकाम से छुटकारा दिलाता है या नही इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नही है। लेकिन सैकड़ों लोगों ने इस बात का दावा किया है कि पैर के तलवों में लगाने का यह तरीका खांसीअस्थमासर्दीजुकाम में कारगर होता है। इसके इलाज के लिए विक्सय को सोने से पहले पैर में मालिश किया जाता हैइसके बाद मोजे पहनना जरूरी हैजिससे विक्स का असर रात भर रहे।

आपको बता दें कि इस तथ्य में कोई नयापन नही हैक्यों्कि इस तरह की बातें 2007 में भी सामने आईं थीजो कि खूब प्रचारित हुईं थीजिसमें बताया गया था कि मेंथोलेटेड क्रीम को सोने से पहले पैरों में लगाया जाए तो इससे सर्दी-जुकाम जैसी समस्याओं से निजात मिलती है। ऐसे ही विक्स भी एक मेंथोलेटेड क्रीम है।

कुछ वैज्ञानिक इस प्रकार के ट्रीटमेंट को सही नहीं मानते हैं हालांकि लोगों का मानना है कि विक्स का इस्तेमाल सर्दीखांसी से छुटकारा दिलाता है। यह नुस्खा आमतौर पर बच्चों के लिए फायदेमंद माना गया है। वहीं मनोवैज्ञानिक मानते हैं कि यह घरेलू नुस्खा कुछ समस्याओं से निजात दिलाता हैजैसे कि तनाव को कम करना। खांसी और अस्थिमा जैसी समस्या होने पर तनाव होना आम बात हैइस तरह की बेचौनी को इस नुस्खे से दूर किया जा सकता है।

बहरहाल यह नुस्खा केवल शुरूआती लक्षणों में ही प्रयोग किया जाए तो ठीक रहता है। इसे संपूर्ण इलाज नही माना जा सकता है। खासतौर से बच्चों पर प्रयोग करने से पहले सावधानी बरतना जरूरी है। खांसी-जुकाम की समस्या कई दिनों की हो तो डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

(साई फीचर्स)