”मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना” के क्रियांवयन को लेकर कलेक्टर ने ली बैठक

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजनाका जिलें में बेहतर क्रियान्वयन करते हुए स्थानीय युवाओ को निजी क्षेत्र के प्रतिष्ठित उद्यम में कार्य सीखने का मौका दिलाने तथा इस दौरान निर्धारित स्टाइपेंड उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कलेक्टर श्री सिंघल ने मंगलवार 30 मई को उद्योगपतियों, निर्माण एजेंसियों तथा होटल संचालकों की पृथक- पृथक बैठक लेकर योजना की विस्तृत जानकारी दी।

कलेक्टर श्री सिंघल ने बताया कि  प्रदेश शासन द्वारा  मुख्यमंत्री सीखो- कमाओ योजना  का क्रियान्वयन किया जा रहा हैं। इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य युवाओं को सीधे प्रतिष्ठित निजी संस्थाओं में व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान करना हैं, ताकि युवाओं के कौशल का उन्नयन हो सके। उन्होंने बताया कि 1 वर्ष की अवधि के लिए प्रशिक्षण में कार्यरत युवाओं को  स्टाइपेंड भी प्रदान किया जायेगा। उन्होंने बताया शासन द्वारा निर्धारित दर अनुसार 5 वीं- 12 वीं उत्तीर्ण युवाओं के लिए 8000 रुपये प्रतिमाह, आईटीआई उत्तीर्ण के लिए 8500, डिप्लोमा धारक के लिए 9000 तथा स्नातक तथा उच्च योग्यता धारक को 10 हजार रुपये प्रतिमाह स्टाइपेंड दिया जाना हैं। स्टाइपेंड का 75 प्रतिशत शासन द्वारा और 25 प्रतिशत सम्बन्धित प्रतिष्ठान द्वारा वाहन किया जायेगा।

कलेक्टर श्री सिंघल ने उपस्थित सभी उद्योगपतियों से कहा कि योजना का लाभ यह होगा कि युवाओं को आपके प्रतिष्ठान में रोजगारमुखी प्रशिक्षण मिल सकेगा। वही नियोक्ता को भी स्टाइपेंड अवधि के दौरान बहुत ही कम व्यय में कार्य बल प्राप्त हो सकेगा तथा स्टाइपेंड अवधि के उपरांत प्रशिक्षित व्यक्ति की उपलब्धता  प्रतिष्ठानों को हो सकेंगे। कलेक्टर श्री सिंघल ने सभी उपस्थित प्रतिष्ठानों से अपील कि वह अनिवार्य रूप से अपने प्रतिष्ठान को पोर्टल में पंजीकृत करे तथा प्रतिष्ठान की आवश्यकता अनुरूप अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराये।