विधानसभा के विशेष सत्र पर भार्गव के बयान से BJP हाईकमान नाराज !

 

 

 

 

 

(ब्यूरो कार्यालय)

भोपाल (साई)। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव द्वारा विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर कमलनाथ सरकार को फ्लोर टेस्ट की चुनौती देने वाले बयान ने देश के सियासी माहौल को गर्म कर सुर्खियां तो खूब बटोरी, लेकिन एक ही दिन में उसकी हवा निकल गई। भाजपा हाईकमान ने भार्गव के बयान पर नाराजगी जाहिर की है।

इसके बाद राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल ने प्रदेश संगठन से पूछताछ की कि क्या भार्गव ने बयान देने से पहले उन्हें भरोसे में लिया था। पार्टी की नाराजगी की वजह ये है कि हाईकमान इन दिनों केंद्र में नई सरकार के गठन की कवायद कर रहा है। ऐसे समय में एक प्रदेश सरकार को अस्थिर करने वाले बयान से पार्टी को असहज परिस्थितियों का सामना करना पड़ा है। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने इस बारे में सफाई भी दी कि भार्गव ने सत्र बुलाने को पत्र लिखा था, उसका फ्लोर टेस्ट से कोई लेना देना नहीं है।

भाजपा सूत्रों के मुताबिक नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव द्वारा राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पत्र लिखकर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का आग्रह किया गया था। भार्गव का तर्क था कि सदन में कई ज्वलंत समस्याओं पर चर्चा होना अनिवार्य है। नेता प्रतिपक्ष के पत्र की भाषा तो सत्र बुलाए जाने तक सीमित थी, लेकिन उन्होंने मीडिया में जो अलग-अलग बयान दिए, उसका संदेश यही था कि भाजपा मप्र में कमलनाथ सरकार गिराना चाहती है। इसी वजह से हाईकमान नाराज हुआ।

संगठन स्तर पर पूछा गया कि बिना बातचीत किए यह बयान कैसे जारी किया गया। विधायक दल की बैठक भी नहीं बुलाई गई। इन तमाम बातों को लेकर हाईकमान ने प्रदेश संगठन से अपनी नाराजगी जाहिर की है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी इस बात से भी नाराज है कि बयान के बाद कांग्रेस सतर्क हो गई है। विधायकों के बीच बढ़ रही नाराजगी को भी उसने काफी हद तक संभालने का प्रयास किया है।

ठोस प्लान भी नहीं

हाईकमान इस बात से खफा है कि मप्र भाजपा के नेताओं के पास सरकार बनाने का कोई ठोस प्लान नहीं है। पार्टी नेताओं का कहना है कि फिलहाल जब तक केंद्र में नई सरकार का गठन नहीं हो जाता, तब तक मप्र में भाजपा किसी भी तरह का फैसला नहीं ले पाएगी। दूसरा महत्वपूर्ण तथ्य ये है कि पार्टी के पास निर्दलीय से लेकर अन्य किसी भी विधायक का समर्थन फिलहाल नहीं मिला है, जिसके आधार पर भाजपा अपने दावे को सही ठहरा सके। पार्टी के वरिष्ठ नेता नरोत्तम मिश्रा ने भी एक दिन पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की है पर उसमें भी इस तरह की चर्चा का मुद्दा नहीं आया।

भाजपा ने फ्लोर टेस्ट की बात नहीं कही: राकेश सिंह

भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि कांग्रेस खुद ही डरी हुई है। कांग्रेस के नेता अनर्गल बातें कर रहे हैं। भाजपा ने कहीं भी फ्लोर टेस्ट की बात नहीं कही है। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने जो पत्र लिखा है, उसमें सिर्फ सत्र बुलाने का आग्रह किया गया है पर इस बात को कांग्रेस ने सरकार गिराने का रंग देकर उन लोगों को साधने की कोशिश की है, जिनके बारे में कहा जा रहा था कि ये कभी भी कांग्रेस सरकार को छोड़ सकते हैं। भाजपा को कुछ करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि चार महीने में लोगों को भी अहसास हो गया कि ये सरकार लंबे समय तक चलने वाली नहीं है और समर्थन देने वालों को भी समझ आ गया कि ये टिकाऊ सरकार नहीं है।

samachar

समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं. अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.