(ब्यूरो कार्यालय)
जबलपुर (साई)। राहगीरों की आंखों में मिर्च पाउडर झोंककर पनागर व गोसलपुर में लूट की वारदातों को अंजाम देने वाले तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
एसपी निमिष अग्रवाल ने बताया कि 1व 28 मार्च को पनागर और 8 मार्च को गोसलपुर में हुई लूट की वारदात में शामिल आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एएसपी शहर राजेश त्रिपाठी, एएसपी क्राइम शिवेश सिंह बघेल, सीएसपी अधारताल कौशल यादव, टीआई पनागर रविन्द्र वर्मा (आईपीएस) के नेतृत्व में अलग-अलग टीमों का गठन किया गया था।
टीम को रोहित केवट (19) निवासी ग्राम देवरी स्टेशन रोड बजरंग वार्ड पनागर, गगन गोंटिया (18) निवासी बजरंग वार्ड देवरी पनागर और रोहित शर्मा (24) निवासी देवरी पनागर की संदिग्ध हरकतों की जानकारी मिली। जिस पर उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो तीनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। लूट की इन घटनाओं की रिपोर्ट इंद्रजीत बर्मन निवासी उर्दुआ खुर्द, राजतिलक पटेल निवासी गांधी वार्ड ने पनागर थाने में और आशीष पटेल निवासी उमरिया कैलवास ने गोसलपुर थाने में दर्ज कराई थी।
लूटे गए मोबाइल-बाइक जब्त
आरोपितों के कब्जे से 3 मोबाइल फोन, 600 रुपए नकद और वारदात में प्रयुक्त बाइक जब्त की गई है। गिरफ्तारी में एएसआई विनोद दाहिया, आरक्षक पुष्पेन्द्र पाण्डेय आदि की अहम भूमिका रही। एसपी ने पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
आईएमईआई टेम्परिंग पुलिस के लिए चुनौती, सैकड़ों सॉफ्टवेयर हो रहे इस्तेमाल : लार्डगंज, मदनमहल, ओमती, सिविल लाइंस, पनागर व गोसलपुर में हुई लूट की वारदातों में पकड़े गए आरोपितों से जिस तकनीकी पहलू की जानकारी मिली वह पुलिस के लिए चुनौती से कम नहीं है। दरअसल, आईएमईआई टेम्परिंग का खेल जिले में जोरों पर चल रहा है। कई मोबाइल विक्रेताओं से अपराधियों की साठगांठ है। पुलिस का कहना है कि आईएमईआई टेम्परिंग के लिए सैकड़ों सॉफ्टवेयर हैं, जिससे मोबाइल का डीएनए बदला जा रहा है। ऐसे मोबाइल फोन को ट्रेस करना आसान नहीं रहता।