(ब्यूरो कार्यालय)
भोपाल (साई)। मरीजों को किसी तरह के नुकसान से बचाने के लिये केंद्रीय ड्रग कंट्रोल विभाग एक नया कदम उठाने जा रही है। जिस तरह सिगरेट और अन्य धूम्रपान के पैकेट पर उनसे होने वाले नुकसान का साइड इफेक्ट लिखा जाता है, उसी तरह अब दवाओं के पैकेट पर भी उनसे होने वाले नुकसान की जानकारी देना होगी।
भारत सरकार का केंद्रीय ड्रग कंट्रोल विभाग जल्द ही दवाई बनाने वाली कंपनियों को इसका आदेश देने वाला है। माना जा रहा है कि अगले एक महीने में इसका आदेश जारी हो जायेगा। गौरतलब है कि अभी दवाईयों के पैकेट पर दवाई के नाम के साथ-साथ उसमें मौजूद ड्रग और उसकी मात्रा लिखी जाती है। इसके साथ ही पैकेट पर दवाईयों का डोज, एक्सपायरी डेट, कीमत व अन्य जानकारी भी दी जाती है। जानकारी के मुताबिक प्रदेश में लगभग 170 ड्रग कंपनियां काम कर रही हैं। भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, इंदौर जैसे शहरों के आसपास ही करीब 150 कंपनियां स्थापित हैं।
डॉक्टर की सलाह लिये बिना लेते हैं दवाई : कई मरीज कुछ बीमारियों में डॉक्टर की सलाह किये ही दवाईयां ले लेते हैं। डॉक्टरों के मुताबिक एंटीबायोटिक्स, आर्थराइटिस, मानसिक रोग, प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली, दर्द निवारक दवाईयों का सेवन काफी संख्या में लोग डॉक्टर की सलाह लिये बिना ही कर लेते हैं। इसके कई नुकसान होते हैं और इसका असर शरीर पर पड़ता है। दवाईयों के साइड इफेक्ट पैकेट पर लिखने से काफी हद तक जागरुकता आएगी। ज्यादातर दवाईयों पर तो यह लिखा होता है कि बिना डॉक्टरी सलाह के सेवन न करें।