उठाया यह मुद्दा
(ब्यूरो कार्यालय)
भोपाल (साई)। मध्यप्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने कांग्रेस संगठन के खिलाफ बगावती तेवर दिखा दिए हैं। झाबुआ उपचुनाव के लिए कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची के बहाने उन्होंने मुस्लिमों की उपेक्षा का मुद्दा उठा दिया है। यह भी कहा है कि प्रदेश और केंद्रीय इकाई यह बात जान लें कि मुसलमान उनके गुलाम नहीं है।
कांग्रेस द्वारा जारी 40 स्टार प्रचारकों की सूची में एक भी मुस्लिम नेता का नाम नहीं है। राजधानी में मीडिया से चर्चा में कुरैशी ने तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि कुछ नेता नेहरू-गांधी खानदान को गुमराह करते आ रहे हैं। वही लोग कांग्रेस पार्टी के इस बिखराव के लिए जिम्मेदार हैं। कुरैशी ने दो टूक शब्दों में कहा कि मप्र और केंद्रीय नेतृत्व को यह बात अच्छी तरह जान लेना चाहिए कि मुसलमान उनका गुलाम नहीं है और न ही दिहाड़ी मजदूर।अब और अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कुरैशी ने यह भी कहा कि स्टार प्रचारकों की सूची देखकर मुझे 1977 की याद आ गई, जब स्व. इंदिरा गांधी ने कांग्रेस (ई) की स्थापना करते हुए सभी कांग्रेसियों को उनके साथ शामिल होने का आह्वान किया था। उस वक्त मप्र के दिग्गज नेताओं में शुमार डीपी मिश्रा, डॉ. शंकरदयाल शर्मा, प्रकाश चंद सेठी, श्यामाचरण शुक्ल और गोविंद नारायण सिंह जैसे नेताओं ने उनका विरोध किया था, तुरंत उनके साथ नहीं आए थे। उन्होंने दावा किया कि मुश्किल की उस घड़ी में सबसे पहले इंदिराजी के पक्ष में झंडा उठाने वाला मैं ही था। जेल भरो आंदोलन की शुरुआत कर गिरफ्तारी भी दी थी।
कुरैशी ने कहा कि प्रदेश नेतृत्व यह भूल गया कि पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में मुसलमान ही कांग्रेस को समर्थन देने वाले थे, लेकिन चिंता की बात यही है कि आज भाजपा के हिंदुत्व को मानने वाले विचारधारा रखने वालों को खुश करने मुसलमानों की उपेक्षा की जा रही है।