कई यात्रियों ने गवाएं हजारों रुपए
(ब्यूरो कार्यालय)
भोपाल (साई)। ट्रेनों में भोपाल से विदिशा के बीच विंध्याचल एक्सप्रेस, भोपाल-जोधपुर एक्सप्रेस व भोपाल-बीना मेमू में जुआ खिलवाया जा रहा है। जुआ खिलवाने वाली गैंग यात्रियों को पहले उकसाते हैं, फिर उनसे दांव लगवाते हैं और हजारों रुपए ऐंठकर फरार हो जाते हैं। आरपीएफ ने बीते एक माह में 10 युवाओं को पकड़कर जीआरपी के सुपुर्द किया हैं। इनमें 15 साल के नाबालिग से लेकर 25 साल के युवा तक शामिल हैं। जीआरपी इन पर कार्रवाई कर रही है।
ट्रेनों में ऐसे खिलवा रहे जुआ
आरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि 10 से 15 युवक ट्रेनों में चढ़ते हैं। ये समूह बनाकर ट्रेनों के अलग-अलग कोचों में बैठ जाते हैं और पासा फेंककर (चौकोर आकार का अलग-अलग रंग वाला गीप्पा) दांव लगाते हैं। कुछ समय तक ये आपस में खेलते हैं और हारते-जीतते हैं। ये ऐसा व्यवहार करते हैं जैसे एक-दूसरे को नहीं जानते। ये ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों को भी दांव लगाने की चुनौती देने लगते हैं। ये बड़ी सफाई से पासा फेंकते हैं। यात्री द्वारा पहली बार दांव लगाने पर उसे जीतने देते हैं उसके बाद रुपए हड़पने के लिए उसे अपने ही साथियों से हराते हैं। बताया जाता है कि यह हाथों की सफाई वाला खेल है और हारने वाले यात्री आवेश में आकर दांव लगाता जाता है। इस तरह युवा रुपए ऐंठकर निकल जाते हैं। कई यात्रियों ने आरपीएफ व रेलवे को इसकी शिकायत की थी।
एक महीने में 10 को पकड़ा, कई फरार
आरपीएफ ने 6 अगस्त को तीन युवकों को पकड़ा। इनमें से एक नाबालिग था। 11 अगस्त को 15 युवकों को हिरासत में लिया। इनमें से एक सलमान खान पकड़ में आया, जबकि बाकी भाग निकले। 17 अगस्त को 4 युवकों को पकड़ा गया। 28 अगस्त को एक युवक पकड़ाया है। ये सभी कार्रवाई भोपाल से विदिशा के बीच की गई है। सभी को जीआरपी को सौंपा गया है क्योंकि जुआ एक्ट के तहत आरपीएफ को कार्रवाई के अधिकार नहीं है।
50 से 500 रुपए तक लगवाते थे दांव
जुआ गैंग यात्रियों से 50 रुपए से लेकर 500 रुपए तक का दांव लगवाते थे। इनके फेर में उलझने वाले यात्री दो से तीन बार तक दांव लगाते हैं। इसके कारण उन्हें नुकसान होता है। ठगे जाने वाले यात्रियों ने नाम उजागर करने से आरपीएफ को मना किया है।
भोपाल से विदिशा के बीच जुआ खिलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की है जो आगे भी जारी रहेगी। यात्रियों से आग्रह है कि वे ऐसे किसी भी झांसे में न आएं और ऐसी गतिविधियां नजर आने पर तत्काल सूचना दें।
विवेक सागर, सीनियर कमांडेंट,
आरपीएफ भोपाल रेल मंडल