टियर गन से गोला नहीं दाग सके टीआई

 

 

 

 

एसपी ने लगाई फटकार

(ब्यूरो कार्यालय)

जबलपुर (साई)। बलवा होने पर प्रभावी कार्रवाई और दंगाइयों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस की दक्षता जांचने के लिए गत दिवस पुलिस लाइन में मॉकड्रिल हुई।

अराजक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए जब टियर (आंसू) गैस छोडऩे की बारी आई तो एक टीआइ टियर गन ही नहीं सम्भाल पाए। इस पर उन्हें एसपी की फटकार खानी पड़ी। अस्त्र-शस्त्र के रखरखाव में भी कमी उजागर हुई। ज्यादातर पुलिसकर्मियों का तकनीकी ज्ञान और प्रदर्शन फिसड्डी रहा। टीआइ सहित आरक्षकों के प्रदर्शन पर एसपी ने चिंता जताई। उन्होंने अस्त्र-शस्त्र के रखरखाव के सम्बंध में निर्देश दिए। तकनीकी आम्र्स स्टाफ ने वज्र वाहन, टियर गैस, वाटर केनन, इस्टन ग्रेनेड आदि के उपयोग के तरीके बताए।

योग्यता के अनुसार लगाएं ड्यूटी

ड्रिल के निरीक्षण के दौरान लचर प्रदर्शन को देख एसपी ने निर्देश दिए कि बलवा होने पर पुलिस कर्मियों की योग्यता और दक्षता के अनुसार ही ड्यूटी लगाई जाए। मोटे और दौडऩे में ढीले-ढाले पुलिसकर्मियों को बलवा स्थल पर नहीं भेजा जाए। बलवा के दौरान यदि कोई पुलिस अधिकारी-कर्मी घायल होता है तो उसे उसकी लापरवाही मानी जाएगी।

कमर के नीचे रखें बौछार

माकड्रिल के दौरान पुलिस का एक दल ही दंगाई बना। आंसू गैस, पानी की बौछार कर भीड़ को तितर-बितर करने का अभ्यास किया गया। एसपी ने पानी की बौछार करने वाले वाटर कैनेन और आवाज करने वाले इस्टन ग्रेनेड के उपयोग के तरीके बताए। उन्होंने कहा, पानी की बौछार और डंडे का उपयोग हमेशा कमर के नीचे पैरों पर करें, ताकि ताकि किसी को सिर, छाती पर चोट नहीं आए।

बदलनी पड़ी गन

बलवा ड्रिल के दौरान टियर गन से जब गोला फेंका गया तो वह निकला ही नहीं। इसके बाद दूसरी टियर गन दी गई। ज्यादातर कर्मी निर्धारित जगह को टारगेट नहीं कर सके। ड्रिल के दौरान कुछ कर्मी दंगाइयों से बचने के लिए बीच से लौटने लगे। इस पर निर्देश दिए गए कि पुलिस यदि आगे बढ़ी है तो पीछे न लौटे। कोई कर्मी दंगाई से घिर गया है तो बाकी उसे कवर करें। एसपी ने मदन महल थाने में बलवा किट नहीं होने पर टीआई को फटकार लगाई। सभी थानों में किट की उपलब्धता के निर्देश दिए।