(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। जिला मुख्यालय से 80 किलोमीटर दूर सुनवारा में फूड पॉईजिनिंग के बाद गाँव के लगभग 35 लोगों की हालत बिगड़ गयी है। इसमें ज्यादातर 04 से 15 साल के स्कूली छात्र शामिल हैं। उपचार के दौरान 11 वर्षीय एक बालिका शोमिका पिता रामकृपाल मर्सकोले की मौत हो गयी।
पाँचवी कक्षा की छात्रा शोमिका सहित अन्य छात्रों ने दो दिन पहले फेरी वाले की फुल्कियां खायी थीं। बताया जाता है कि इसके बाद देर रात फुल्की खाने वाले छात्रों को उल्टी दस्त व पेट दर्द की शिकायत होने लगी।
रास्ते में छात्रा ने तोड़ा दम : हालत बिगड़ने के बाद सुनवारा में तैनात एएनएम व एमपीडब्ल्यू ने शनिवार को मरीजों का मेडिकल चेकअप किया और उन्हें दवाईयां दी। धनौरा स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ डॉ.एन.के.एस. बेलिया ने बताया कि जाँच के दौरान गंभीर हालत में पाये गये तीन बच्चों को लखनादौन सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया है, जहाँ उनका उपचार जारी है। वहीं सुनवारा निवासी शोमिका को शनिवार दोपहर परिजन धनौरा स्वास्थ्य केंद्र लेकर गये थे। यहाँ उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने बीमार बालिका को अस्पताल रेफर कर दिया जहाँ रास्ते में बालिका की मौत हो गयी।
यादव परिवार के ज्यादा बच्चे : बीएमओ डॉ.बेलिया ने बताया कि धनौरा के पंचायत और खैरमाई मोहल्ला में रहने वाले यादव परिवार के ज्यादातर बच्चे उल्टी, दस्त और पेटदर्द का शिकार पाये गये हैं। जाँच के दौरान मौसमी बीमारी से पीड़ित व्यक्तियों को भी दवाईयां दी गयी हैं।
बीएमओ ने बताया कि सभी बीमार छात्रों व लोगों की स्थिति स्वास्थ्य विभाग के नियंत्रण में है। प्रारंभिक जाँच में छात्रों ने दो दिन पहले स्कूल से लौटने के बाद फेरी वाले की फुल्की खाने के बाद स्वास्थ्य खराब होने की बात बतायी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि फूड पॉईजिनिंग की वजह से छात्रों को उल्टी दस्त व पेट दर्द की शिकायत हुई है। बीएमओ ने बताया कि पीएचई विभाग की टीम से क्षेत्र में लगे हैण्डपंप के पानी का भी लैब टेस्ट कराया जा रहा है। इसके अलावा उल्टी के सेम्पल स्वास्थ्य विभाग ने जाँच के लिये एकत्रित किये हैं। लैब से रिपोर्ट मिलने के बाद छात्रों के बीमार होने का सही कारण स्पष्ट हो सकेगा।
विभाग ने लगाया कैंप : बीएमओ डॉ.बेलिया ने बताया कि बच्चों व लोगों के बीमार होने की खबर मिलते ही धनौरा से स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सुनवारा में कैंप लगा दिया है। मेडिकल जाँच के दौरान नये मरीज सामने नहीं आये हैं। बीएमओ के मुताबिक उल्टी दस्त की शिकायत के बाद उपचार कराने में मरीजों के परिजनों ने देरी की, इसी वजह से मरीजों की संख्या बढ़ गयी। अब स्थिति पूरी तरह से स्वास्थ्य विभाग के नियंत्रण मंे है।
इन बच्चों की बिगड़ी हालत : बीमार हुए बच्चों में सुनवारा निवासी बबीता (10) पिता रतिराम, धर्मवीर (12) पिता विजय, कन्हैया (12) पिता सुनील यादव, आशुतोष (13) पिता रतिराम यादव, शिवा (15) पिता बड़गू यादव, शिवानी (13) पिता बड़गू यादव, अभिलाष (16) पिता सुरेश यादव, लुधान (05) पिता रामधन यादव, संगीता (13) पिता बड़गू यादव), संगीता (07) पिता मानसिंह यादव, मनीषा (17) पिता सतीराम यादव, अजय (12) पिता सोनू यादव, माही (05) पिता भूरा यादव, महिमा (03) पिता भूरा यादव, बबीता (10) पिता रतिराम यादव, नीतू यादव (22), मधु (15) पिता गणेश यादव, शुभम (13) पिता राम कुमार प्रजापति, आशीष (08) पिता भजन लाल यादव, साधना (14) पिता भजन लाल यादव, करिश्मा (08) पिता गौरी शंकर यादव, माही (06) पिता संतराम यादव, सोनिया (12) पिता संतराम अहिरवार, कपिल (08) पिता गौरी शंकर यादव, झीनो यादव (60), लखन पिता शिवलाल ठाकुर (34), रंजीता (16) पिता सतीराम यादव, शंकर (07) पिता सुभाष यादव, ईजा यादव (42), ब्रजोबाई यादव (35), हेमलता यादव (30), संत कुमारी यादव (18), सदिया बाई यादव (60), सीमा (09) पिता ब्रज कुमार यादव (09), सुलोचना यादव शामिल हैं।
इसके अलावा मृतक शोमिका की बड़ी बहन शिवानी मर्सकोले (18), शिवानी (14) पिता महेश यादव, निधि (10) पिता भजन लाल यादव को लखनादौन सिविल अस्पताल रेफर किया गया है, जिनका उपचार जारी है।