मनमाना हो रहा निर्माण, पालिका बनी मूक दर्शक
(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। जिला मुख्यालय में आवासीय एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों का निर्माण मनमाने तरीके से कराये जाने का कार्य जारी है। निर्माण सामग्री जहाँ देखो वहाँ बिखरी पड़ी है। रेन वाटर हार्वेस्टिंग का अता पता नहीं है। संकरी और तंग गलियों में हो रहे निर्माण से भविष्य में आगजनी जैसी घटनाओं के मामले में प्रशासन को पसीना बहाना पड़ सकता है।
पालिका के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि इस तरह के इलाकों में रहने वाले लोगों ने नगर पालिका से विधिवत अनुमति भी नहीं ली है, जब भी मुश्किल घड़ी आती है तब इस ओर सभी का ध्यान जाता है। शहर में कई ऐसे इलाके हैं जहाँ आगजनी अथवा अग्निकाण्ड के बाद दमकल वाहन नहीं पहुँच सकते हैं।
आपदा की घड़ी में भी राहत व बचाव कार्य में सामने आने वाली परेशानियां लंबे समय पर हर किसी को दर्द देती रहती हैं जहाँ जाने के लिये फायर ब्रिगेड के लिये संकरी गली होने के कारण, उस वाहन को घूमकर आने में काफी समय लगा। इसके चलते आग और बढ़ गयी थी। इस पूरी परिस्थिति के लिये उस इलाके की व्यवस्था को भी कम दोषी नहीं माना जा सकता है।
जानकारों का मानना है कि आगजनी के बाद जिस इलाके में व्यवस्थित तरीके से नगर पालिका का दमकल वाहन न पहुँच सके तथा दूसरे संसाधनों के उपयोग में दिक्कत आये ऐसे इलाके में बड़ी – बड़ी दुकान व गोदाम संचालित करना किसी खतरे से कम नहीं है।
बुधवारी बाजार और एकता कॉलोनी सहित कई ऐसी कॉलोनियां हैं, जहाँ पर अत्यंत संकरी गलियां है। वहाँ बड़े वाहन आ-जा नहीं सकते हैं। ऐसे स्थान पर दमकल वाहन लाना ले जाना किसी चुनौती से कम नहीं दिखता है। बुधवारी बाजार का इलाका शहर का प्रमुख व्यवसायिक क्षेत्र भी माना जाता है। बुधवारी में आसपास कई बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठान व गोदाम भी संचालित हैं लेकिन प्रशासन इस स्तर पर कोई चिंतन नहीं करता दिख रहा है।
इसके साथ ही दमकल वाहनों के लिये जो सबसे बड़ी बाधा सामने आ रही है वह है जहाँ – तहाँ बेतरतीब तरीके से गति अवरोधकों का बना दिया जाना। कई सड़कों पर तो थोड़ी – थोड़ी दूर पर ही गति अवरोधकों का निर्माण करा दिया गया है। ये गति अवरोधक आपात स्थिति में अग्नि शामक वाहनों को तेज गति से मौके पर पहुँचने में जमकर बाधा बनते हैं।

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