भाजपा आज करेगी प्रदेश सरकार का विरोध

 

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। बाढ़ एवं अतिवृष्टि से पीड़ित कृषकों को मुआवजा दिलाने के लिये भाजपा द्वारा शुक्रवार 20 सितंबर को विधान सभा स्तर पर धरना प्रदर्शन का आयोजन किया जायेगा।

भाजपा जिला अध्यक्ष प्रेम तिवारी ने बताया कि कमल नाथ सरकार प्रदेश की जनता के लिये मुसीबत बन गयी है। विशेष तौर पर जब एक ओर सारे प्रदेश मे भारी बरसात के चलते त्राहि त्राहि मची हुई है वहीं किसानों पर आयी इस आपदा पर कुछ करने की बजाय काँग्रेस सरकार कुंभकरणी नींद मे सो रही है।

भाजपा नगर अध्यक्ष नरेन्द्र गुडडू ठाकुर ने बताया कि सिवनी नगर मे यह धरना प्रदर्शन दोपहर 01 बजे से नगर पालिका के सामने आयोजित किया गया है जिसमें प्रमुख रूप से भाजपा जिला अध्यक्ष प्रेम तिवारी, सिवनी विधायक दिनेश राय, पूर्व सासंद श्रीमति नीता पटेरिया, पूर्व विधायक नरेश दिवाकर, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमति आरती शुक्ला, सहित वरिष्ठ नेतागण उपस्थित रहेंगे।

लखनादौन नगर अध्यक्ष अशीष गोल्हानी ने बताया कि यह धरना दोपहर 01 बजे से लखनादौन मे बस स्टैण्ड के सामने आयोजित है जिसमंे प्रमुख रूप से पूर्व विधायक श्रीमति शशि ठाकुर, भुवन अवधिया, अनिल गोल्हानी, सुदामा गुप्ता सहित वरिष्ठ नेतागण उपस्थित रहेंगे।

केवलारी मण्डल अध्यक्ष सचिन अवधिया ने बताया कि केवलारी मे दोपहर 01 बजे चाँदनी लॉन में यह प्रारंभ होगा जिसमें प्रमुख रूप से विधायक राकेश पाल सिंह, किसान मोर्चे के जिला अध्यक्ष मुकेश बघेल, इत्यादि शामिल रहेेंगे।

बरघाट नगर अध्यक्ष राजेन्द्र ठाकुर ने बताया कि बरघाट मे दोपहर 01 बजे नगर पालिका के सामने धरना दिया जायेगा। इसमें प्रमुख रूप से जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति मीना बिसेन, नरेश बरकड़े, सुनील टेकाम, शशिबाला काकोड़िया सहित समस्त कार्यकर्त्ता उपस्थित रहेंगे।

भाजपा मीडिया प्रभारी श्रीकांत अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश की कमल नाथ सरकार निर्लज्जता, बेशर्मी, ओर निकम्मेपन की पराकाष्टा लांघ चुकी है। प्रदेश मंे भारी बरसात हो रही है। खड़ी फसलं बरबाद हो रही हैं। गरीबों के मकान नष्ट हो गये हैं। पशुधन को भारी हानि पहुँची है। लोगों का जीवन दूभर हो गया है। गंदगी और बीमारी ने लोगों को अपनी चपेट मे ले लिया है। इसके बाबजमद कमलनाथ सरकार पूरी तरह बेपरवाह होकर सो रही है। जनता को उसके हलात पर छोड़ दिया गया है।

भाजपा द्वारा प्रदेश सरकार से माँग की गयी है कि बरसात मे हुई फसलों की क्षति का तत्काल मुआवजा दे, क्षतिग्रस्त मकानों और पशुधन हानि का मुआवजा दे, कर्जमाफी का वचन निभाये, किसानों को फसल बीमा राशि दिलाये तथा जीरो प्रतिशत ब्याज पर ऋण देने का अपना वादा निभाये। मण्डी में किसानों को नगद भुगतान किया जाये। सभी अधिसूचित फसलों की खरीद की जाये।