(सादिक खान)
सिवनी (साई)। महज़ दो माह पहले बतौर मुख्य नगर पालिका अधिकारी का कार्यभार ग्रहण करने वाले मनोज श्रीवास्तव की बहाली के आसार दिख रहे हैं। उनके द्वारा निलंबन आदेश जारी होने के बाद दिये गये अपने स्पष्टीकरण में विस्तार से अपना पक्ष रखा गया है जिसे उच्चाधिकारी स्वीकार करने का मन बना रहे हैं।
ज्ञातव्य है कि अनेक सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने के आरोप में नगर पालिका सिवनी के मुख्य नगर पालिका अधिकारी मनोज श्रीवास्तव को राज्य शासन के द्वारा निलंबित कर दिया गया था। यहाँ उल्लेखनीय होगा कि मनोज श्रीवास्तव को जिन आरोपों के तहत निलंबित किया गया था वे लापरवाहियां उनके पूर्ववर्ती मुख्य नगर पालिका अधिकारियों के कार्यकाल की थीं।
नगरीय प्रशासन विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि निलंबन के उपरांत सीएमओ मनोज श्रीवास्तव के द्वारा अपना पक्ष उच्चाधिकारियों के समक्ष रखा गया है। उनका कहना है कि वे महज़ दो माह पूर्व ही सिवनी में पदस्थ हुए हैं और जिन योजनाओं में लापरवाही के आरोप उन पर लग रहे हैं वे उनके पूर्ववर्ती रहे सीएमओ के कार्यकाल की हैं।
सूत्रों ने इस बात के संकेत भी दिये हैं कि मनोज श्रीवास्तव के द्वारा अधिकारियों के समक्ष रखे गये पक्ष से उच्चाधिकारी भी इत्तेफाक रखते हुए दिख रहे हैं। इसी आधार पर सूत्रों ने इस बात के संकेत भी दिये हैं कि निलंबित मुख्य नगर पालिका अधिकारी मनोज श्रीवास्तव की बहाली जल्द हो जाये तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिये।