शहर के नागरिकों से मोड़ा काँग्रेस भाजपा ने मुँह!

 

 

निकट भविष्य में चुनाव पर किसी भी सियासी दल को नहीं रियाया की परवाह!

(अखिलेश दुबे)

सिवनी (साई)। प्रदेश सरकार के द्वारा आपकी सरकार आपके द्वार योजना के तहत शहर सरकार को लोगों तक ले जाकर उनकी समस्याएं दूर करने का प्रयास तो किया जा रहा है किन्तु जिले के प्रमुख सियासी दल काँग्रेस और भाजपा को जनता की परेशानियों से ज्यादा सरोकार नज़र नहीं आ रहा है।

यहाँ यह उल्लेखनीय होगा कि सिवनी की नगर पालिका परिषद पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है और पालिका में विपक्ष में काँग्रेस बैठी है। प्रदेश में भाजपा के बाद अब लगभग नौ माहों से काँग्रेस काबिज है तो प्रदेश में भाजपा अब विपक्ष में बैठी है। शहर के मामलों में दोनों ही दलों ने चुप्पी साधे रखी है।

नागरिकों का कहना है कि डेढ़ दशक से लगातार ही पालिका पर भाजपा का कब्जा रहा है। भाजपा के द्वारा मनमाने तरीके से पालिका को चलाया गया है, और विपक्ष में बैठी काँग्रेस ने सदा ही मौन रहकर भाजपा की नीतियों का समर्थन ही किया है। ज्यादा हो हल्ला होने पर यदा कदा खतो खिताब की सियासत आरंभ हो जाती है।

नागरिकों की मानें तो राजेश त्रिवेदी के नगर पालिका अध्यक्ष रहते हुए आरंभ करवायी गयी मॉडल रोड का काम अभी भी पूरा नहीं हो सका है। यह अलहदा बात है कि नगर पालिका के द्वारा इस सड़क के कुछ हिस्सों के लिये पूर्णता प्रमाण पत्र (सीसी) जारी कर दिया गया है।

नागरिकों का कहना है कि मॉडल रोड का निरीक्षण अगर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्डस के अधिकारियों से करवा दिया जाये तो इस सड़क को इसमें भी स्थान इसलिये मिल सकता है क्योंकि इस सड़क में जगह – जगह, अलग – अलग साईज के डिवाईडर मिल जायेंगे।

इसके अलावा इस सड़क के डिवाईडर पर तीन साल से अधिक समय से बिजली के खंबे खड़े हुए हैं। इन खम्बों पर लाईट तो लगायी जा चुकी है पर ये लाईट चालू नहीं करवायी गयी हैं। अभी भी सड़क के दोनों ओर बिजली के खंबो की लाईट को ही पालिका के द्वारा जलाया जा रहा है।

इस नगर पालिका परिषद के कार्यकाल की नवीन जलावर्धन योजना, गरीबों के लिये मकान आदि की योजनाएं भी परवान नहीं चढ़ पायी हैं। यह सब देखने सुनने के बाद भी काँग्रेस के जिला अध्यक्ष राज कुमार खुराना और नगर अध्यक्ष इमरान पटेल के द्वारा अपनी ही पार्टी के पार्षदों के जरिये पालिका को घेरने तक का प्रयास न किया जाना आश्चर्य जनक ही माना जा रहा है।

लोगों का कहना है कि भाजपा के विधायक दिनेश राय, सांसद डॉ.ढाल सिंह बिसेन, जिला अध्यक्ष प्रेम तिवारी और नगर अध्यक्ष नरेंद्र ठाकुर इसलिये खामोश हो सकते हैं क्योंकि वे इस बार भी पालिका पर कब्जा करने का ताना बाना बुन रहे होंगे एवं वे अपनी ही पार्टी की पालिका परिषद के खिलाफ शंखनाद कैसे कर सकते हैं!