नारकीय जीवन जी रहे घंसौरवासी

 

 

वार्ड नंबर छः में ओवर फ्लो हो रहीं नालियां

(संतोष बर्मन)

घंसौर (साई)। आदिवासी बाहुल्य तहसील मुख्यालय घंसौर में ग्राम पंचायत की कथित अनदेखी के चलते वार्ड नंबर छः के निवासी नारकीय जीवन जीने पर मजबूर हैं। वार्ड में गंदगी पसरी पड़ी है तो नल जल योजना भी जब चाहे तब ठप्प हो जाती है।

वार्ड नंबर छः के निवासियों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि उनके द्वारा वार्ड में साफ सफाई के लिये सरपंच और उप सरपंच से कई बार लिखित और मौखिक रूप से शिकायत किये जाने का कोई परिणाम सामने नहीं आ पा रहा है।

ग्रामीणों का आरोप है कि लंबे समय से किसी भी जन प्रतिनिधि के द्वारा इस वार्ड में जाकर हालात देखने की जहमत नहीं उठायी गयी है। वार्ड का आलम यह है कि यहाँ चारों ओर गंदगी का साम्राज्य पसरा हुआ है। नालियों की लंबे समय से साफ सफाई न होने के कारण इनका गंदा और बदबूदार पानी सड़कों पर बह रहा है।

ग्रामीणों ने बताया कि उनके द्वारा लगभग छः महिनों से सरपंच एवं उप सरपंच से वार्ड की साफ सफाई की गुहार लगायी जा रही है पर सरपंच और उप सरपंच इस ओर ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। नालियों से उठने वाली दुर्गंध ने लोगों का जीना दुश्वार कर रखा है। गर्मी के इन दिनों में आज आलम यह हो गया है कि लोगों के घरों में भी नालियों का गंदा पानी घुस रहा है।

ग्रामीणों के अनुसार गर्मी की आहट मिलने के साथ ही आज जब यह अपने शवाब की ओर तेजी से बढ़ रही है तब इस क्षेत्र के वाशिंदे पेयजल के संकट से बुरी तरह जूझ रहे हैं। वार्ड में नल जल योजना भी जब चाहे तब ठप्प हो जाती है, लोग बूंद – बूंद पानी को तरस रहे हैं। लोगों की शिकायत है कि जन प्रतिनिधियों के द्वारा उनकी सुध लेना मुनासिब नहीं समझा जाता है।

SAMACHAR AGENCY OF INDIA समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया

समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं. अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.