रविवार को हुए हंगामे की तह में है यही विवाद!
(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। जिला चिकित्सालय में सब कुछ ठीक ठाक नजर नहीं आ रहा है। अस्पताल में हर कदम पर पैसों की माँग के आरोप मरीजों के परिजनों के द्वारा लगाये जाते रहे हैं। दो महिला चिकित्सकों के बीच वर्चस्व की जंग का अखाड़ा बनकर रह गया है जिला अस्पताल।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि एक पखवाड़े पहले अस्पताल की दो महिला चिकित्सकों के बीच जमकर वाद विवाद हुआ था। इसके बाद से ही अस्पताल का माहौल काफी हद तक खराब नजर आ रहा है।
सूत्रों ने कहा कि सारा का सारा विवाद अस्पताल में होने वाली शल्य क्रियाओं में होने वाले लेनदेन को लेकर है। कुछ समय पहले तक इन शल्य क्रियाओं के लिये किसी अन्य के द्वारा सारा लेनदेन किया जाकर सभी को उसकी मेहनत या कद के हिसाब से हिस्सा प्रदाय कर दिया जाता था, पर अब किसी अन्य के द्वारा यह कार्य बंद कर दिया गया है।
सूत्रों ने कहा कि रविवार को एक प्रसूता को सीजर ऑपरेशन के लिये सात घण्टे इंतजार करना पड़ा था। इसके पीछे विवाद इसी लेनदेन का ही था। सूत्रों की मानें तो इस पूरे मामले में किसी वरिष्ठ अधिकारी के द्वारा पुलिस में प्राथमिकी तक दर्ज कराने की बात कह दी गयी थी।
सूत्रों ने कहा कि रविवार को अस्पताल में कॉल पर बुलावे के बाद अगर निश्चेतक डॉ. पुष्पा तेकाम नहीं आयीं तो अस्पताल प्रशासन के द्वारा उनके खिलाफ क्या कार्यवाही की गयी, यह बात शायद ही कोई जानता हो। यह आलम तब है जबकि चुनाव की आचार संहिता प्रभावी है और किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को अवकाश के लिये जिला कलेक्टर की अनुमति की आवश्यकता होती है।