(संतोष बर्मन)
घंसौर (साई)। आदिवासी बाहुल्य विकास खण्ड घंसौर के कई गाँवों में गर्मी की तपन बढ़ते ही भू जल स्तर नीचे हो जाता है जिससे इन दिनों पानी की विकराल समस्या उत्पन्न हो रही है। कई गाँवों के हैण्ड पंपों से पानी के स्थान पर हवा निकल रही है। ग्रामीण रात – दिन पानी की जुगत में ही यहाँ से वहाँ भटक रहे हैं।
नगर में ग्राम पंचायत द्वारा नल-जल योजना से पानी मुहैया कराने वाले एकलौते मोहगाँव बाँध जिससे घंसौर की लगभग 08 हजार की आबादी आश्रित है, यहाँ का जल स्तर धीरे – धीरे घटने लगा है। हालांकि पिछले वर्ष भी बाँध का जल स्तर कम हुआ था परंतु नल-जल योजना की मशीनों को पानी के भराव एरिया में लगाने से निजात मिल गयी थी। इस वर्ष सूर्य की प्रचण्ड गर्मी ने मार्च के महीने से ही तेवर दिखाना आरंभ कर दिया थे, जिससे इस क्षेत्र में गंभीर जल संकट गहराने के आसार दिखने लगे हैं। वहीं अब लोगों के निजि जल स्त्रोत, नलकूप, हैण्ड पंप आदि भी सूखने लगे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार घंसौर के शांति नगर इलाके में बहुतायत में इस वर्ष अभी से निजि नलकूप सूख गये हैं। लोगों को भी पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। वहीं इसी शांति नगर इलाके में ग्राम पंचायत का भी नलकूप है जिससे ब्लॉक कॉलोनी में नलजल योजना से पानी सप्लाई होती है, वह भी एक महीने पहले ही सूख गयी है जिसके कारण वह भी वर्तमान में ठप्प पड़ी हुई है।
घंसौर के शांति नगर इलाके में बस स्टैण्ड में लगा हैण्ड पंप भी बंद पड़ा है। वहीं सरस्वती स्कूल के पास वाला हैण्ड पंप बंद है। गणेश चौक तालाब मोहल्ला रोड, हाई स्कूल आँगनवाड़ी केंद्र के पास हैण्ड पंप भी कई दिनों से बंद है। कमानिया गेट के समीप हैण्ड पंप का जल स्तर कम होने के कारण इस हैण्ड पंप से बमुश्किल पानी निकल रहा है। क्षेत्र में ऐसे हैण्ड पंप बहुतायत में बन्द पड़े हुए हैं, फिर भी पीएचई विभाग का इस ओर ध्यान नहीं जाना आश्चर्य जनक माना जा रहा है।
वहीं ग्राम पंचायत की नल-जल योजना भी हफ्ते में एक-दो बार ही जल प्रदाय कर रही है। स्थान – स्थान पर पाईप लाईन के लीकेज होने के साथ ही साथ मोहगाँव डेम से आयी पाईप लाईन भी कई स्थान से क्षतिग्रस्त है, जिससे व्यर्थ में पानी बहता रहता है। इसके चलते टंकी में पहुँचने से पहले ही पानी व्यर्थ बह जाता है।
नगर के मुख्य बाजार में भी पाईप लाईन में जो वॉल्व लगे हुए हैं, जहाँ से लाईन चालू की जाती है, लीकेज के कारण नाहक ही पानी बहता रहता है। लोगों ने ग्राम पंचायत के कर्त्ताधर्ताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि पंचायत के द्वारा इनके सुधार के लिये प्रयास नहीं किये जा रहे हैं।