गर्मी में पारंपरिक खेल खेलकर समय बिता रहे बुजुर्ग

 

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। जिन औलादों की नींद, गर्मी, ठण्ड की परवाह माता – पिता के द्वारा की गयी वही औलादें अब अपने माता – पिता को दूसरों के सहारे छोड़ गये हैं। वृद्धाश्रम में गर्मी की तपन को कम करने के लिये बुजुर्ग अब पारंपरिक घरेलू खेलों को ही सहारा बनाये हुए हैं।

दूसरे की गोटी के पीटने पर निकलने वाली किलकारी और अपनी गोट के पिट जाने पर चेहरे पर आयी मायूसी.. बचपने के उस स्वर्णिम दौर में जब न तो कंप्यूटर गेम थे न ही टीवी के इतने सारे चैनल.. उस वक्त गर्मी की छुट्टियों में कौड़ी, चीटा जैसे खेल मनोरंजन और वक्त गुजारने का साधन हुआ करते थे।

उम्र के आखिरी दौर में उम्र के आखिरी पड़ाव में वही पुराने और पारंपरिक खेल अब उन बुजुर्गों के मनोरंजन का साधन बने हुए हैं। उम्र के आखिरी पड़ाव में जिन बुजुर्गों को अपने नाती – पोतों के साथ रहकर खेलते हुए वक्त गुजारना था वे अपने दिल को बहलाने के लिये चीटा, कौड़ी जैसे खेलों का सहारा लेने को मजबूर हैं और गर्मी के दिन बिता रहे हैं। हम बात कर रहे हैं वृद्धाश्रम में किसी न किसी कारण से रहने वाले बुजुर्गों की।

हमारे माता – पिता हमारी सामाजिक व्यवस्था के स्तंभ हैं, पर अफसोस आज यह स्तंभ गिरते जा रहे हैं और तेजी से गिरती जा रही मानवीयता। अपनी औलाद को जो ठण्ड, गर्मी से बचाने के लिये अपनी जान की भी परवाह जिन्होंने नहीं की वे आज वृद्धाश्रम में अप्रैल माह की भीषण गर्मी में एक पल भी सुकून के साथ नहीं बिता पा रहे हैं।

बंद पड़े हैं कूलर : नगर के बारापत्थर क्षेत्र स्थित महिला कल्याण समिति द्वारा संचालित स्नेह सदन में रह रहे वृद्ध गर्मी से हलाकान हैं। स्नेह सदन में कूलर की व्यवस्था तो है लेकिन स्टैण्ड नहीं होने के कारण गर्मी में ये कूलर बरामदे की शोभा बढ़ा रहे हैं। वहीं बरामदे में एकमात्र चालू हालत में जो कूलर है उसके सामने ही वृद्धजन चीटा खेलकर तो कोई पुराने दिनों की वार्तालाप कर गर्मी के एक – एक दिन जैसे – तैसे काट रहे हैं।

दिन काटना होता है दूभर : स्नेह सदन में महिला – पुरुषों के लिये दो अलग – अलग कमरें हैं। वर्तमान में यहाँ कुल 21 वृद्धजन रह रहे हैं जिनमें 11 महिलाएं और 10 पुरुष शामिल हैं। वृद्धों ने बताया कि अप्रैल माह में पड़ रही भीषण गर्मी के कारण कमरों में लगे पंखों से दिन में गर्म हवा मिलती है, जिसके कारण दिन में काफी गर्मी, उमस से सभी को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।