क्या इसके बाद भी जलावर्धन योजना के ठेकेदार पर मेहरबान रहेगा प्रशासन!
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)। तीज त्यौहारों पर अक्सर ही जलापूर्ति बाधित रखने वाली नगर पालिका परिषद होली पर भी लोगों को पानी के लिये तरसायेगी। घुरैड़ी के पर्व पर टंकी वाले क्षेत्र में आंशिक जलापूर्ति होने की बात नगर पालिका के द्वारा जारी विज्ञप्ति में कही गयी है।
नगर पालिका द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार बुधवार 20 मार्च को बण्डोल में आँधी तूफान के कारण दोपहर दो बजे से बिजली का प्रवाह अवरूद्ध हो गया है। इसके कारण गुरूवार 21 मार्च अर्थात धुरैड़ी को सुबह टंकी वाले क्षेत्र में जलापूर्ति आंशिक रूप से बाधित रहने की बात कहते हुए एक दिन का जल संग्रहण करने की अपील नगर पालिका के द्वारा कही गयी है।
लोगों का कहना है कि भाजपा शासित नगर पालिका परिषद के द्वारा अगर नवीन जलावर्धन योजना के ठेकेदार की मश्कें 2016 में ही कस दी गयी होतीं तो आज यह स्थिति इसलिये निर्मित नहीं हो पाती क्योंकि उस समय बबरिया के जल शोधन संयंत्र से होने वाली पानी की सप्लाई कम से कम आरंभ रहती।
लोगों का कहना है कि इस तरह की विपदा की स्थिति में अगर एक माह तक भी भीमगढ़ जलावर्धन योजना बाधित रहती तो कम से कम बबरिया तालाब के जरिये शहर को निर्बाध रूप से जलापूर्ति की जा सकती थी। विडंबना ही कही जायेगी कि जलावर्धन योजना के ठेकेदार के द्वारा नगर पालिका के अधिकारियों और चुने हुए प्रतिनिधियों को अपनी उंगलियों पर नचाया जाता रहा है।
लोगों का कहना है कि जलावर्धन योजना के ठेकेदार को काली सूची में डाला जाकर उसको अब तक किये गये भुगतान की वसूली उससे की जाना चाहिये। अगर वह इस राशि को देने में असमर्थ रहता है तो जिन आहरण संवितरण अधिकारियों के द्वारा ठेकेदार को अब तक भुगतान किये गये हैं उन अधिकारियों के वेतन भत्तों और पेंशन से इसकी वसूली की जाना चाहिये।