एक दशक पहले पकड़ाये सोनू दिवाकर ने किया था खुलासा!
(विशेष प्रतिनिधि)
सिवनी (साई)। सिवनी में एक दशक में बढ़ा अपराध का ग्राफ वाकई चिंता का विषय है। सिवनी में आखिर कौन है जो अवैध रूप से कट्टों (माउजर या रिवॉल्वर) को लाकर खपा रहा है? कहाँ से इसके कारतूस अपराधियों को मिल रहे हैं? आखिर पुलिस इस दिशा में काम करने से कतरा क्यों रही है?
उक्ताशय की बात पुलिस के भरोसेमंद सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान कही। सूत्रों ने कहा कि लगभग एक दशक पूर्व सिवनी में भैरोगंज में एक पुलिस कर्मचारी के घर में किराये से रहने वाले जबलपुर निवासी सोनू दिवाकर को पुलिस ने अवैध रूप से कट्टा रखने के आरोप में पकड़ा था।
सूत्रों ने बताया कि तत्कालीन जिला पुलिस अधीक्षक डॉ.रमन सिंह सिकरवार के द्वारा इसके बाद एक विशेष दल का गठन किया जाकर इसकी पतासाजी का काम आरंभ कराया गया था। सूत्रों ने बताया कि सोनू दिवाकर के द्वारा किये गये रहस्योदघाटन के बाद पुलिस ने खण्डवा जिले के सिकलीगर गाँव में जाकर कट्टा बेचने वालों पर कार्यवाही की थी।
सूत्रों ने यह भी बताया कि इस दौरान पुलिस को यह जानकारी भी मिली थी कि खण्डवा जिले के सिकलीगर गाँव में इस तरह के अवैध रूप से कट्टे बहुतायत में बनाये जाते हैं। सूत्रों ने यह भी बताया कि सोनू दिवाकर वर्तमान में जेल में है और जेल के अंदर से ही उसके द्वारा सिवनी में अनेक कट्टों को खपाया भी गया है।