बुधवार को झमाझम, ब्रहस्पतिवार को दिन में हुई बूंदाबांदी
(महेश रावलानी)
सिवनी (साई)। प्रदेश भर में मॉनसून के सक्रिय होने का असर कई शहरों में झमाझम बारिश के तौर पर देखने को मिल रहा है। सिवनी में दो दिनों से मॉनसूनी गतिविधियों की सक्रियता देखने को मिल रही है। बुधवार को हुई बारिश ने शहर को जमकर तरबतर किया। ब्रहस्पतिवार को मॉनसूनी गतिविधियां कम ही दिखीं।
मौसम विभाग के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि बंगाल की खाड़ी में प्रभावी हुए कम दबाव के क्षेत्र के कारण शहर में सोमवार से बारिश का दौर एक बार फिर आरंभ हुआ है। दरअसल, टीकमगढ़ से होकर एक ट्रफ लाईन का बंगाल की खाड़ी तक गुजरना ही बारिश का मूल कारण माना जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार उत्तरी ओड़िशा और दक्षिण पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों पर कम दबाव का क्षेत्र एवं उसके ऊपर 7.6 किलो मीटर ऊँचाई लिये हुए ऊपरी हवाओं का चक्रवात है। मॉनसून की द्रोणिका बीकानेर, अजेमर, गुना होते हुए जबलपुर से होकर गुजर रही है, जो पेंड्रा, झारसुगुड़ा एरिया के ऊपर तक है। इसके चलते सिवनी में झमाझम बारिश हो रही है। सूत्रों ने इस बात के संकेत भी दिये हैं कि आने वाले दिनों में बारिश जारी रह सकती है।
सूत्रों के अनुसार प्रदेश के मौसम को तीन कारक प्रभावित कर रहे हैं। पहला कारक है ओड़िसा तट और उसके आसपास के इलाके में कम दबाव का क्षेत्र है। इसके अलावा हवा के ऊपरी भाग में 7.6 किलो मीटर की ऊँचाई तक चक्रवाती हवा का घेरा बना है, जो ऊँचाई के साथ दक्षिण पश्चिम दिशा की ओर झुका हुआ है।
सूत्रों ने बताया कि इसका दूसरा कारक है मॉनसून ट्रफ मीन सी लेवल पर बीकानेर, जयपुर, टीकमगढ़, पेंड्रा रोड, झारसुगुड़ा से कम दबाव के क्षेत्र वाले ओड़िसा तट तक गया है। इसके अलावा पूर्वी पश्चिमी सीआर जोन 21 डिग्री उत्तरी अक्षांश में स्थित है। ये 3.1 से 7.6 किलो मीटर की ऊँचाई तक बना हुआ है, जो दक्षिण की ओर झुका हुआ है। इनके प्रभाव से कहीं – कहीं भारी बारिश हो सकती है।