मरीज़ों पर टपक रहा बारिश का पानी, साल भर पहले करायी गयी थी छत की मरम्मत!
(सादिक खान)
सिवनी (साई)। जिला अस्पताल को चाक चौबंद करने के लिये जिलाधिकारी प्रवीण सिंह के द्वारा भले ही एड़ी चोटी एक की जा रही हो पर जिला अस्पताल प्रशासन की झींगामस्ती के चलते उनकी मंशाओं पर पानी फिरता ही दिख रहा है। दशकों पुरानी टपके का डर वाली कहानी सिवनी के जिला अस्पताल में चरितार्थ होती दिख रही है।
मरीज़ों के परिजनों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि अस्पताल में गहन चिकित्सा ईकाई हो या मेल सर्जिकल, मेडिकल, आईसोलेशन वार्ड हो या और अन्य वार्ड हर जगह बरामदों और वार्ड में पानी टपक रहा है। मरीज़ों के परिजन छाते या अन्य साधनों से किसी तरह अपने आप को गीला होने से बचा रहे हैं।
मेल सर्जिकल वार्ड सहित अनेक वार्ड के मरीज़ों ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि लगभग एक सप्ताह के भी अधिक समय से छत और खिड़की से बारिश का पानी अंदर आ रहा है। उन्होंने बताया कि पानी से बचने के लिये कोई थाली रख रहा है तो कोई लोटे में पानी की गिरती बूंदें सहेज रहा है।
मरीज़ों ने बताया कि उनके परिजन दिन रात या तो छाता लगाकर मरीज़ों का बचाव करते दिखते हैं और या फिर पानी से बचने अन्य जुगत लगाते दिखते हैं। सर्जिकल वार्ड के मरीज़ों ने बताया कि बारिश के पानी और आसपास नमी और गंदगी के कारण उनके घावों में संक्रमण का खतरा लगातार ही बना हुआ है।
वहीं, अस्पताल के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि केंद्रीय इमदाद से अस्पताल के प्रथम तल पर गहन चिकित्सा ईकाई के सामने कुपोषित बच्चों के लिये एनआरसी बनाया गया था। इस एनआरसी को प्रथम तल से भूतल पर ले जाया गया है, इसकी जगह यहाँ पर मेल मेडिकल वार्ड बना दिया गया है। इस वार्ड में भी पानी जगह – जगह रिसता दिख रहा है।
इसी तरह उल्टी दस्त से ग्रसित मरीज़ों को आईसोलेशन वार्ड में भर्त्ती करवाया जाता है। यहाँ पिछले दो माह से शौचालय का कायाकल्प किया जा रहा है लेकिन अभी तक शौचालय अपूर्ण है। इसके चलते दस्त से बीमार भर्त्ती मरीज़ों को बार – बार दूसरे वार्डों में शौच के लिये जाना आना पड़ रहा है।