लोग हो रहे हलाकान, अव्यवस्थित यातायात से बढ़ी परेशानी!

 

 

शनिवार की शाम यात्री बस करती रहीं बस स्टैण्ड से प्रस्थान!

(अखिलेश दुबे)

सिवनी (साई)। यातायात पुलिस के द्वारा भले ही दशहरा पर्व को देखते हुए रूट प्लान तैयार कर दिया गया हो, पर शुक्रवार की शाम से ही शहर का यातायात रात गहराते ही अराजक स्थिति में पहुँच रहा है। अराजकता इस कदर चरम पर है कि शाम ढलने के बाद सड़कों पर आधे – आधे घण्टे का जाम लग रहा है।

ज्ञातव्य है कि शुक्रवार की शाम को पुलिस के द्वारा विज्ञप्ति जारी करते हुए शनिवार से दशहरा पर्व तक शहर की यातायात व्यवस्था को लेकर रूट प्लान जारी किया गया था। इसके बाद भी शुक्रवार की शाम से ही अनेक यात्री बसों को शहर के बाहर ही रोक दिये जाने के कारण बाहर से आने और जाने वाले यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी।

यहाँ यह उल्लेखनीय होगा कि एक साल में ही तीन बार यातायात प्रभारी को बदला जा चुका है। यात्रियों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि शुक्रवार की शाम से ही अचानक ही बिना पूर्व सूचना के रूट डायवर्ट कर दिये जाने के कारण यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

यातायात पुलिस सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि रूट प्लान में छिंदवाड़ा नाके से बस स्टैण्ड और भैरोगंज पहुँचने के लिये वैकल्पिक मार्ग तो सुझाये गये हैं, किन्तु कटंगी नाका, बरघाट रोड सहित शहर के पूर्वी क्षेत्र से नागरिक आपात कालीन स्थिति में अस्पताल तक कैसे पहुँच पायेंगे, इसके बारे में कोई बात स्पष्ट नहीं किया गया है।

यात्रियों का कहना है कि इस बार ज्यारत नाका क्षेत्र में ही यात्री बस को रोकने की व्यवस्था की गयी है, जबकि पिछले साल तक सर्किट हाऊस चौराहे तक यात्री बस को आने की अनुमति दी गयी थी। इस बार ज्यारत नाके पर बस रोके जाने के फैसले के बाद ज्यारत नाके से स्थानीय परिवहन के साधन उपलब्ध नहीं कराये जाने के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

बताया जाता है कि शनिवार को भी प्रतिबंध के बाद भी रात में सरकारी और प्राईवेट बस स्टैण्ड से यात्री बसें प्रस्थान करती रहीं। यातायात पुलिस के सूत्रों का कहना था कि यातायात प्रभारी के द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुसार बस स्टैण्ड में वाहनों के आने पर प्रतिबंध लगाया गया था किन्तु बस स्टैण्ड में खड़े वाहनों को वहाँ से प्रस्थान करने के लिये किसी तरह की बाध्यता नहीं थी।

शनिवार की शाम से ही शहर की सड़कों पर लोगों की भीड़ उमड़ने लगी थी। लोग दुर्गा प्रतिमाओं और झाँकियों के दर्शन के लिये जमकर उमड़े। इस दौरान किसी तरह की मुकम्मल व्यवस्था न होने के कारण महावीर मढ़िया, शंकर मढ़िया, गणेश चौक आदि क्षेत्रों में घण्टों तक जाम लगा रहा।

बताया जाता है कि जाम को खुलवाने के लिये पुलिस के वायरलेस सेट पर अधिकारियों के द्वारा लगातार ही निर्देश दिये जाते रहे, जिन्हें लोगों के द्वारा सुनकर मजे भी लिये जाते रहे। शुक्रवारी बाज़ार में भीड़ की अधिकता इस कदर थी कि वहाँ भी लंबे समय तक जाम लगा रहा।