असली परीक्षार्थी को बना दिया नकली!

 

 

शिक्षा विभाग में मनमानी चरम पर, अफसरों को नहीं व्यवस्था सुधार की फुर्सत

(संतोष बर्मन)

घंसौर (साई)। आदिवासी बाहुल्य घंसौर क्षेत्र के तहसील मुख्यालय में एक अजीबो गरीब वाकया सामने आया है। यहाँ के एक परीक्षा केंद्र में केंद्र प्रभारी के द्वारा एक कन्या परीक्षार्थी पर नकली परीक्षार्थी होने का शक किया गया। उक्त परीक्षार्थी का नकल प्रकरण बनाया गया, बाद में पता चला कि परीक्षार्थी नकली की जगह असली थी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार घंसौर के कन्या शाला परीक्षा केंद्र में दसवीं कक्षा की परीक्षा में प्राईवेट विद्यार्थी के रूप में रविता पिता प्रीतम उईके के द्वारा परीक्षा दी जा रही थी। इसी दौरान केंद्र प्रभारी को शक हुआ कि परीक्षार्थी किसी और के नाम से परीक्षा दे रही है। उसका प्रवेश पत्र देखा गया तो उसमें उसी छात्रा की फोटो मिली।

बताया जाता है कि इसके बाद केंद्र प्रभारी के द्वारा इस कन्या परीक्षार्थी का नकल का प्रकरण बना दिया गया। नकल का प्रकरण बनते ही उक्त परीक्षार्थी बेहोश हो गयी। इसके उपरांत एंबूलेंस बुलाकर उक्त परीक्षार्थी को अस्पताल भेजा गया एवं इस बात की जानकारी घंसौर पुलिस को भी दी गयी।

घंसौर पुलिस के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि घंसौर पुलिस के द्वारा कन्या परीक्षार्थी के प्रवेश पत्र एवं अन्य जानकारियों के आधार पर उसके गृह ग्राम करकवाड़ा जाकर पूछताछ की गयी। पूछताछ में पता चला कि परीक्षा देने गयी छात्रा रविता पिता प्रतीम उईके ही थी।

सूत्रों ने बताया कि इस तरह एक असली छात्रा को शंका के आधार पर नकली छात्रा बनाया जाकर उसका नकल प्रकरण कैसे बना दिया गया है, इस बारे में शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों के द्वारा कुछ भी कहने से बचा जा रहा है। सूत्रों की मानें तो छात्रा मानसिक रूप से परेशान थी, अब वह 14 तारीख को यह प्रश्न पत्र फिर से हल करेगी।

इधर, बताते हैं कि इस पूरे घटनाक्रम के बाद परीक्षा केंद्र प्रभारी हीरा लाल ठाकुर के द्वारा नयी कहानी गढ़ ली गयी। मीडिया के द्वारा इस मामले के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि उक्त छात्रा के द्वारा उनसे यह कहा गया था कि उसका नाम रश्मि है और वह अपनी बहन रविता के स्थान पर परीक्षा देना चाह रही है।

इस मामले में उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो पहले तो उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया बाद में उनके द्वारा मोबाईल ही स्विच्ड ऑफ कर दिया गया।

इस तरह का मामला प्रकाश में आया तो है. इस मामले में पूरी जानकारी नहीं है. संबंधित परीक्षा केंद्र प्रभारी का मोबाईल बंद आ रहा है.

जी.एस. बघेल,

जिला शिक्षा अधिकारी.

पूरे मामले की तस्दीक कर ली गयी है. छात्रा कुछ मानसिक बीमार प्रतीत हो रही है. वह अब 14 तारीख को इस प्रश्न पत्र को हल करेगी.

संजय भलावी,

थाना प्रभारी, घंसौर.

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