फोरलेन निर्माण में ठेकेदार पर मेहरबान दिख रहा प्रशासन!
(जाहिद शेख)
कुरई (साई)। मोहगाँव से खवासा के बीच हो रहे सड़क निर्माण में सड़क निर्माण करा रहे ठेकेदार के द्वारा बिना अनुमति के ही पचधार नदी से पानी लिया जा रहा है। गर्मी के प्रकोप और पानी के संभावित संकट को देखते हुए ग्रामीणों ने इस पर रोक लगाने की माँग की है।
ज्ञातव्य है कि वर्तमान में मोहगाँव से खवासा तक के फोरलेन के रूके हुए काम को करवाया जा रहा है। इस काम के लिये निर्माण एजेंसी दिलीप बिल्डकॉन कंपनी के द्वारा पचधार नदी का पानी बिना किसी स्वीकृति के लिया जा रहा है। इसे देखते हुए क्षेत्र वासियों ने इसमें रोक लगाने की माँग की है।
ग्रामीणों का आरोप है कि नदी से पानी लेने न तो कंपनी ने अनुमति ली है और न ही राजस्व राशि का भुगतान किया है। नदी के इस पानी से पेंच पार्क वे वनक्षेत्र के जंगली जानवर अपनी प्यास बुझाते हैं। इसके अलावा पालतू मवेशी भी इसी नदी के पानी पर आश्रित हैं।
मशीनों से खींच रहे पानी : पचधार पुल के ठीक नीचे पानी के बड़े – बड़े टैंकर लगाकर कंपनी के द्वारा पानी, मशीनों से खींचा जा रहा है, जो कि अनुचित है। इस पानी का इस्तेमाल कंपनी द्वारा निर्माण कार्याें में किया जा रहा है। भीषण गर्मी में क्षेत्र में जल संकट पहले से बना हुआ है। ऐसे में कंपनी द्वारा यदि लगातार नदी का पानी खींचा जाता है, तो मवेशियों व जंगली जानवरों के लिये पेयजल संकट गहरा जायेगा।
बताया जाता है कि खवासा सरपंच अनीता सिंह, अनेक पंच व ग्रामीण पचधार पुल के नीचे नदी में पहुँचे। यहाँ का नजारा देखने के बाद सभी लोग कार्य स्थल पर पहुँचे। सरपंच ने यहाँ उपस्थित अधिकारी कर्मचारियों से काम को बंद करने की बात कही है। साथ ही इस दौरान उन्होंने फोन पर जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को भी मामले की जानकारी देकर वास्तविकता से अवगत कराया।
क्षेत्रवासियों का कहना है कि नदी से पानी इसी तरह लिया जाता रहा, तो आने वाले दिनों में मवेशियों व जंगली जानवरों के लिये नदी में पानी नहीं बचेगा। इस मामले में कंपनी पर पानी के इस्तेमाल पर रोक लगाने की माँग की गयी है। ग्रामीणों का आरोप है कि कंपनी द्वारा कमियों को दूर नहीं किया जा रहा है। पहले तालाब के पास पुल – पुलिया बननी चाहिये। अभी पुल की जगह छोटे – छोटे गोल पाईप डाले गये हैं, जो आगे क्षेत्र वासियों के लिये परेशानी का कारण बनेंगे।
बताया जाता है कि ग्रामीणों द्वारा नल-जल के पाईप डाले जाने तथा स्कूली बच्चों के लिये रोड क्रॉस करने की व्यवस्था बनाये जाने का मुद्दा रखा गया। ग्रामीणों की नाराजगी को देखते हुए एनएचएआई के अफसरों ने फिलहाल निर्माण कार्य रोक दिया है। उनके द्वारा समस्याओं के जल्द निराकरण का आश्वासन ग्रामीणों को दिया गया है।

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