घरों की छतें उड़ीं, कहीं गिरे बिजली के खंबे
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)। जिले के कुछ स्थानों पर शुक्रवार 07 जून को दोपहर के समय चली धूल भरी आँधी ने जमकर कहर बरपाया। लोगों के घरों की छतें उड़ गयीं तो कहीं बिजली के खंबे ही धराशायी हो गये। शहर में भी कुछ स्थानों पर बिजली के तार आपस में टकराये जिनसे जमकर चिंगारी निकली।
प्राप्त जानकारी के अनुसार छिंदवाड़ा रोड पर इस आँधी तूफान का ज्यादा प्रकोप रहा। मरझोर, मातृधाम, सकदरा, फुलारा आदि ग्रामों में अपरान्ह दो बजे के बाद चली आँधी और धूल भरी हवाओं ने लोगों को हलाकान कर दिया। ग्रामीणों की मानें तो हवा का वेग इस कदर तेज था कि कुछ स्थानों पर बिजली के तार टूटे तो कहीं खंबे ही गिर गये। कहीं – कहीं ट्रांसफॉर्मर भी क्षतिग्रस्त होने से बिजली की आपूर्ति बाधित रही।
इस आँधी तूफान की चपेट में फुलारा स्थित टोल प्लाज़ा भी आ गया। प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार आँधी तूफान में टोल प्लाज़ा के ऊपर लगा टीन का शेड भी आ गया। टीन शेड को आधार देने के लिये स्थापित किये गये खंबे भी तिरछे हो गये, जिससे टोल प्लाज़ा पर काफी देर तक आवागमन भी बाधित रहा।
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के लखनादौन ब्यूरो ने बताया कि लखनादौन क्षेत्र में भी हवा आँधी जमकर चली। लखनादौन के सहसना ग्राम के आसपास आँधी से नुकसान होने की आंशका है। इसी तरह घंसौर क्षेत्र में ब्रहस्पतिवार और शुक्रवार को हुई बारिश के बाद गर्मी की भीषण तपन से लोगों को राहत मिली है।
ज्ञातव्य है कि ब्रहस्पतिवार को रात में हुई बारिश के बाद वातावरण में जमकर उमस घुल गयी थी। शुक्रवार को दिन में भी सुबह के समय सूर्यनारायण जमकर तमतमाये। दोपहर ढलने के उपरांत अपेक्षाकृत कम गर्म हवाओं के कारण शहर का वातावरण काफी हद तक गर्मी मुक्त रहा। लोगों को लंबे समय के बाद तपन से मुक्ति भी मिली।