(ब्यूरो कार्यालय)
केवलारी (साई)। जिले में शिक्षा व्यवस्था का हाल बेहाल है। बारिश के बाद जिले के कई स्कूल विद्यार्थियों के लिये खतरे का घर बने हुए हैं। कुछ ऐसा ही हाल केवलारी तहसील के उगली क्षेत्र में खैरी ग्राम पंचायत में स्थित तारटोला प्राइमरी स्कूल का है।
यहाँ पर कब छत गिरकर विद्यार्थियों पर गिर जाये कहा नहीं जा सकता। खतरे के बावजूद स्कूल में विद्यार्थियों को पढ़ाया जा रहा है। स्कूल में गंभीर खतरनाक हालातों को देखते हुए अभिभावक भी बच्चों को स्कूल भेजने से डरने लगे हैं। हालांकि अधिकारी इस मामले में प्रस्ताव भेजे जाने की बात कर रहे हैं लेकिन इस देरी के बीच कोई गंभीर हादसे की संभावना लगातार बनी हुई है।
गिर गया छत का टुकड़ा : केवलारी के उगली क्षेत्र में खैरी ग्राम पंचायत में स्थित प्राइमरी स्कूल तारटोला की स्थिति काफी खराब है। यहाँ पर पहली से पाँचवी तक 58 विद्यार्थी पढ़ाई करते हैं। स्कूल की इमारत काफी जर्जर हो चुकी है। इससे विद्यार्थियों के सिर पर खतरा मण्डरा रहा है। स्कूल की इमारत की छत चाहे जहाँ से टपक रही है।
इस स्कूल में तीन कमरे हैं लेकिन एक भी कमरा विद्यार्थियों के लिये सुरक्षित नहीं हैं। स्कूल के शिक्षक ने बताया कि एक दिन एक कमरे की छत की मोटी सी पपड़ी अचानक नीचे आ गिरी थी। यह संयोग ही रहा कि उस समय स्कूल को खोला ही गया था और विद्यार्थी बाहर आँगन में खड़े होकर प्रार्थना कर रहे थे वरना कोई हादसा गंभीर रूप ले सकता था।
स्कूल भेजने से डर रहे हैं अभिभावक : ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे माहौल में उन्हंे अपने बच्चों को स्कूल भेजने से डर लगता है। सरपंच देवेंद्र बिसेन का कहना है कि उन्होंने स्कूल की हालत के बारे में कई बार अधिकारियों को अवगत कराया है। ग्रामीणों ने सीएम हेल्पलाईन में भी शिकायत की है लेकिन कोई हल नहीं निकला, अधिकारी आकर आश्वासन देकर चले जाते हैं।
बिजली नहीं है लेकिन आ रहे हैं बिल : इस स्कूल के बारे में जो बयां किया जाये कम है। स्कूल में बिजली का कनेक्शन नहीं है लेकिन पिछले साल भर से स्कूल में बिजली का बिल आ रहा है। बढ़ते – बढ़ते यह बिल अब आठ हजार रुपये के आसपास पहुँच गया है।
मजे की बात यह है कि स्कूल में बिजली का कनेक्शन ही नहीं हैं। स्कूल में कनेक्शन न होने के कारण गर्मी के मौसम में विद्यार्थियों व शिक्षकों को गर्मी से परेशान होना पड़ता है। इसके साथ ही बिजली से संबंधित प्रेक्टिकल आदि की जानकारी भी विद्यार्थियों को नहीं दी जा सकती है।