पानी की किल्लत, मौन हैं सियासतदार!

 

 

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। जिला मुख्यालय में तीन दिनों से पानी की समस्या से लोग दो-चार हो रहे हैं और जनता के हितों के संवर्धन का दावा करने वाले सियासतदार पूरी तरह मौन ही अख्तियार किये हुए हैं।

ज्ञातव्य है कि रविवार से ही जिला मुख्यालय में पानी की आपूर्ति बाधित चल रही है। भीमगढ़ जलावर्धन योजना से पानी नहीं मिल पा रहा है तो नवीन जलावर्धन योजना से पानी कब मिल पायेगा यह अभी तय नहीं हो पाया है। इसी बीच पानी के टैंकर्स से पर्याप्त मात्रा में जलापूर्ति नहीं होने से नागरिकों में रोष और असंतोष पनप रहा है।

लोगों के बीच चल रहीं चर्चाओं के अनुसार नगर पालिका में भाजपा सत्ता में है। भाजपा के पार्षद जलसंकट को लेकर संजीदा नहीं हैं। इतना ही नहीं भाजपा के विधायक दिनेश राय और राकेश पाल सिंह को भी इससे ज्यादा सरोकार नजर नहीं दिख रहा है। रही बात भाजपा के जिला अध्यक्ष प्रेम तिवारी और नगर अध्यक्ष नरेंद्र ठाकुर की तो वे भी इस मामले में मौन ही हैं।

इधर, काँग्रेस के विधायक योगेंद्र सिंह, अर्जुन काकोड़िया सहित काँग्रेस के जिला अध्यक्ष राज कुमार खुराना और नगर अध्यक्ष इमरान पटेल भी इस मामले में ज्यादा फिकरमंद प्रतीत नहीं हो रहे हैं। लोगों की मानें तो काँग्रेस संगठन का अपनी पार्टी के पार्षदों पर भी जोर नहीं रह गया है। भाजपा शासित नगर पालिका परिषद में नियमों की होली जलायी जा रही है और पार्षद मौन साधे बैठे हैं। संगठन भी इन पार्षदों की मश्कें कसने में बौना ही दिख रहा है।

लोगों का कहना है कि कारण चाहे जो भी हो पर इन सबके चलते असली मरण तो आम जनता की हो रही है। जिला कलेक्टर के निर्देश के बाद भी ठेकेदार के द्वारा 28 फरवरी तक जलावर्धन योजना का काम पूरा नहीं किया गया है। इसके बाद भी ठेकेदार के गुर्गे सिर तानकर अट्ठाहास लगाते हुए लोगों को मुँह चिढ़ा रहे हैं। जनता है कि मन मसोसकर रह जाती है क्योंकि उसकी सुनवायी के लिये कोई तैयार ही नहीं दिख रहा है।

आश्चर्य तो इस बात पर भी हो रहा है कि देश प्रदेश की चिंता करते हुए विज्ञप्तियां जारी कर आसमान सिर पर उठाने वाले काँग्रेस और भाजपा के प्रवक्ताओं के द्वारा भी जनता से सीधे जुड़े इस मसले पर एक लाईन लिखना तक मुनासिब नहीं समझा गया है।