(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। पतझड़ के मौसम में हवा में पराग कण बिखरे हुए हैं, जो आपकी आँखों को इंफेक्शन का शिकार बना रहे हैं। कई लोगों की आँखों में जलन, आँसू के साथ ही लालपन की शिकायत पिछले कुछ दिनों में बढ़ गयी है।
जानकारों का कहना है कि पतझड़ के मौसम में आँखों में खुजली और जलन की समस्या से लोग दो चार होते हैं, पर जानकारी के अभाव में वे चिकित्सक के पास न जाकर इसे बदलते मौसम का असर मान लेते हैं। जिला चिकित्सालय के नेत्र विभाग सहित निजि नेत्र चिकित्सकों के क्लीनिक्स में मरीजों की भीड़ देखी जा सकती है।
गर्मियों की शुरूआत में होती है परेशानी : जानकारों के अनुसार सर्दी जाने के बाद बसंत ऋतु का आगमन होता है। हल्की गर्मी के साथ ही वनस्पति में बदलाव के कारण हवा में पराग के कण बिखरना आरंभ हो जाते हैं। जो आँखों को इंफेक्शन का शिकार बनाते हैं।
जानकारों की मानें तो इसके अलावा सर्दियों में बंद रहे पंखे भी चालू होते हैं, जिन पर काफी धूल जमा होती है। यह धूल भी आँखो को नुकसान पहुँचाती है। साथ ही गर्मियों की शुरूआत में वातावरण में नमी खत्म हो जाने की वजह से धूल भी बढ़ जाती है, जिससे आँखों में जलन होना व आँसू आने की समस्या उत्पन्न होती है।
ये रखें सावधानियां : घर से बाहर ब्लेक अल्ट्रा वॉयलेट गॉगल पहनकर निकलें। धूप, धूल व धुंए से हर संभव बचाव करें। आँख में कचरा जाने पर साफ पानी से धोयें, आँख को मलें नहीं। इस्टेरायड दवाओं का इस्तेमाल न करें। टीबी और शुगर पेशेंट आँखों का विशेष ख्याल रखें।
रंगीन की बजाय लगायें अल्ट्रा वॉयलेट काला चश्मा है कारगर : जानकारों की मानें तो मौसम के साथ ही वनस्पति में बदलाव का सीजन है। ऐसे में पराग कण हवा में बिखरे होते हैं, जो आँखों को नुकसान पहुँचाते हैं। इसके अलावा कई माह से बंद पंखो पर धूल जमा होती है, लोग बिना सफाई किये पंखों का उपयोग करते हैं तो यह धूल आँखांे को नुकसान पहुँचा सकती है।