जंगल में मजदूरों से करायी छटाई सफाई, अब तक नहीं दी मजदूरी
(ब्यूरो कार्यालय)
कान्हीवाड़ा (साई)। वन विकास निगम बरघाट प्रोजेक्ट में आदिवासी मजदूरों को मजदूरी की राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है। कान्हीवाड़ा रेंज के मगरकठा व सरगापुर में मशीनों से ट्रेंच व नाली खुदाई का काम करवाया गया है, जबकि जंगल में पेड़ों की कटाई व साफ – सफाई करने वाले मजदूरों को मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है।
मजदूरों के द्वारा वन विकास निगम के कान्हीवाड़ा रेंज के परिक्षेत्र अधिकारी व उनके अमले द्वारा काम कराये जाने के बाद भी मजदूरी न देने व शासन की दर से कम देने की शिकायत अपर कलेक्टर से लिखित रूप से की है।
मगरकठा व सरगापुर गाँव के आदिवासी मजदूरों ने बताया कि वन परिक्षेत्र अधिकारी व अमले द्वारा दो – तीन माह पूर्व 140 रूपये प्रतिदिन की मजदूरी दर से जंगल में पेड़ों की कटाई छटाई का कार्य करवाया गया था लेकिन अब तक मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है। आदिवासी मजदूरों को सिर्फ आश्वासन देकर भटकाया जा रहा है।
दूसरे गाँव से लाये श्रमिक : कलेक्ट्रेट पहुँचे 50 से अधिक मजदूरों ने बताया कि रेंजर व अधिकारी मजदूरी का भुगतान नहीं कर रहे हैं। वहीं कम मजदूरी को लेकर विरोध करने पर वन विकास निगम क कर्मचारियों द्वारा दूसरे गाँव से मजदूर लाकर काम करवाया जा रहा है। ताकि कम मजूदरी और फर्जी हाजिरी भरकर रूपये निकाला जा सके।
बारिश से पहले ट्रंच व नाली खुदाई का कार्य जेसीबी मशीनों से काम कराकर मजूदरों का हक छीन लिया गया था। मशीनों से कराये गये काम का तो भुगतान अधिकारियों ने कर दिया है लेकिन मजदूरों की मजदूरी पर बजट आवंटित न होने की बात कही जा रही है। इससे मजदूरों में गहरी नाराजगी है।
मजदूरों का कहना है कि दशहरा का त्यौहार लगभग आ पहुँचा है। इसके बाद दीपावली भी आने वाली है। ऐसे में जल्द मजदूरी नहीं मिली तो परिवार पर आर्थिक संकट गहरा जायेगा। शिवनाथ,दीपक, किशनलाल, रामजन, रामकिशोर, राजेन्द्र, दश्यु, मेहतर, संतकुमार, बसंत, मोना, रूपवति बाई, यशोदा बाई, उर्मिला बाई, मधु, ओमकुमारी, घुड़न, सहतर, अटल लकराम, सेवकराम, प्रतिज्ञा, कांती, राजेश, कृष्णकुमारी, शिवकली, सुप्रिया, निरासो, मानवती, नंदावती, सुखिया, सरिता उइके सहित तकरीबन 50 से ज्यादा मजदूरों ने इस मामले में कार्यवाही की माँग की है।