जाने कैसी है ब्लैंक मूवी

 

 

 

 

 

कलाकार

सनी देओल,इशिता दत्ता,करण कपाड़िया,करणवीर शर्मा

निर्देशक

बेहजाद खंबाटा

बॉलिवुड के दस्तूर के मुताबिक, अगर किसी नए चेहरे को लॉन्च करना होता है तो या तो उसे लव स्टोरी के साथ परोसा जाता है अथवा ऐक्शन हीरो के रूप में। जानी-मानी ऐक्ट्रेस डिंपल कापड़िया के भतीजे और उनकी बहन सिंपल कपाड़िया के बेटे करण कापड़िया को इंट्रोड्यूज करनेवाली फिल्म ब्लैंक में परम्परा के अनुसार ऐक्शन हीरो के रूप में पेश किया गया है। निर्देशक बेहजाद खंबाटा ने अपनी इस फिल्म में सनी देओल जैसे बड़े अभिनेता, करणवीर शर्मा और इशिता दत्ता जैसे यंग टैलंट को लेकर एक ठीक-ठाक फिल्म तो बना ली, मगर यदि स्क्रिप्ट दमदार होती तो यह एक बेहतरीन फिल्म बन सकती थी।

(करण कपाड़िया) शहर के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को मोबाइल पर निर्देश दे रहा है, मगर तभी उसका एक्सिडेंट हो जाता है। उसे जब अस्पताल में लाया जाता है तो राज खुलता है कि वह एक सूइसाइड बॉम्बर है। हनीफ के एनकाउंटर का फैसला किया जाता है, मगर तभी एक कॉल आती है और कहानी 12 घंटे पीछे जाती है। एटीएस चीफ एसएस दीवान (सनी देओल) को शहर में एक बहुत बड़ी खेप में एचएमएक्स (विस्फोटक) लाए जाने की खबर मिलती है। वह अपनी टीम हुस्ना (इशिता दत्ता) और रोहित (करणवीर शर्मा) के साथ तफ्तीश में जुट जाता है।

जांच-पड़ताल से पता चलता है कि हनीफ के शरीर पर लगे हुए बम के तार अन्य 24 लोगों के बम से जुड़े हैं और आतंकवादी मकसूद (जमील खान) जेहाद और जन्नत के नाम पर उनका इस्तेमाल करके शहर में 25 धमाके करके आतंक का राज्य कायम करना चाहता है। हनीफ किसी तरह पुलिस की गिरफ्त से भाग निकलता है। क्या वह उन 25 धमाकों के भयानक काम को अंजाम दे पाता है? युवा हनीफ आत्मघाती बम क्यों बना? इन सवालों का जवाब फिल्म में मिलेगा।

निर्देशक बेहजाद खंबाटा ने कहानी की शुरुआत बहुत दिलचस्प ढंग से की, जहां मध्यांतर तक उत्सुकता बनी रहती है कि हनीफ की असलियत क्या है? आतंकियों के तार ढूंढने का ट्रीटमेंट दर्शकों को बांधे रखता है। मगर सेकंड हाफ में आकर कहानी बिखर जाती है। जेहाद जैसे विषय पर पहले भी कई फिल्में बन चुकी हैं। यही वजह है कि निर्देशक इसे खास नहीं बना पाए। हालांकि अंत का ट्विस्ट और सस्पेंस दर्शकों को चौंकाता है, मगर ऐक्शन के तगड़े डोज के बाद अक्षय कुमार और करण कपाड़िया का प्रमोशनल सॉन्ग अली अलीबहुत फनी लगता है।

अभिनय की बात करें तो एटीएस चीफ के रूप में सनी देओल ने अपनी ऐज प्ले की है और ऐक्शन-इमोशन के साथ उन्होंने अपनी भूमिका के साथ न्याय किया है। नए चेहरे करण कपाड़िया ऐक्शन के मामले में चतुर और चपल साबित हुए हैं, मगर एक्सप्रेशन के मामले में चूक गए हैं। पूरी फिल्म में उनके चेहरे पर एक ही भाव रहता है। करणवीर शर्मा ने एटीएस अफसर की भूमिका में अच्छा काम किया है। हुस्ना के रूप में इशिता दत्ता के पास कुछ ज्यादा करने को नहीं था। आतंकी सरगना मकसूद के रूप में जमील खान ने चरित्र के मुताबिक काम किया है।

संगीत पक्ष भी कोई कमाल नहीं दिखा पाया।

क्यों देखें: सस्पेंस-थ्रिलर और ऐक्शन फिल्मों के शौकीन यह फिल्म देख सकते हैं।

(साई फीचर्स)

samachar

समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं. अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.