हफ्ता वसूलने पर एसडीओपी बहुगुणा ने की थी कार्यवाही
(अपराध ब्यूरो)
सिवनी (साई)। घरों से कबाड़ बीनकर कबाड़ियों को बेचने वालों पर कोतवाली पुलिस खासी मेहरबान दिख रही है। लंबे समय से कोतवाली पुलिस के द्वारा किसी कबाड़ी के खिलाफ कोई कार्यवाही न किया जाना इस बात की चुगली करता है कि कोतवाली पुलिस और कबाड़ियों की सांठगांठ से चोरी के माल को आसानी से गलाया भी जाता है।
बताया जाता है कि घरों घर जाकर एक विशेष तरह के रिक्शे या हाथ ठेले में कबाड़ खरीदने वाले और टीन टप्पर बीनने वाले जगह – जगह जाकर कबाड़ बीनते हैं। इसके बाद उस कबाड़ को शहर के चुनिंदा कबाड़ियों के पास जाकर बेचा जाता है। बाद में ये कबाड़ी उसमें से माल छांट – छांट कर इसे अलग कर, बाहर ले जाकर बेच देते हैं।
बताया जाता है कि शहर में अनेक स्थानों पर कबाड़ का काम करने वाले कबाड़ियों के पास जाकर कोतवाली पुलिस के कर्मचारी हफ्ता वसूली करते नज़र आते हैं। एसडीओपी कार्यालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि पूर्व में भारतीय पुलिस सेवा के परीवीक्षाधीन अधिकारी और तत्कालीन एसडीओपी रहे सिद्धार्थ बहुगुणा को एक शिकायत मिली थी जिस पर उन्होंने त्वरित कार्यवाही भी मुकम्मल की थी। सूत्रों का कहना है कि उसके उपरांत अब तक कबाड़ियों के सामान की न तो चैकिंग ही की गयी है और न ही उनके खिलाफ कोई कार्यवाही ही हुई है।
कोतवाली पुलिस के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि सिवनी के कबाड़ियों के पास इस तरह के उपकरण हैं कि वे मिनिटों में ही चोरी की कार के अस्थि पंजर अलग कर उसका नामो निशान तक मिटा देते हैं। सूत्रों का कहना है कि कोतवाली पुलिस इन कबाड़ियों पर खासी मेहरबान नज़र आती है।
पिछले दिनों पुलिस विभाग के आला अधिकारियों के द्वारा हर पखवाड़े कबाड़ियों की जाँच के आदेश दिये जाने के बाद अब तक इस मामले में कोतवाली पुलिस के द्वारा किसी तरह की कार्यवाही न किया जाना आश्चर्य जनक ही माना जायेगा।

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