एक पखवाड़े में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के हाथों लोकार्पण हो जाएगा सिवनी के मेडिकल कॉलेज का!

अंततः आकार लेती दिख रही है विधायक दिनेश राय की जिद . . .

स्थानीय विभूतियों के नाम पर इसका नाम रखकर इसे किया जाए समर्पित
(लिमटी खरे)

सिवनी की आयरन लेडी कही जाने वाली सुश्री विमला वर्मा जब प्रदेश में मंत्री थीं, उस दौरान 1977 में जब उनके द्वारा शहर की आबादी से हटकर जिला चिकित्सालय के नवनिर्मित भवन को सिवनी को समर्पित किया था उस दौरान लोग उनसे नाराज रहा करते थे, क्योंकि सिवनी का जिला चिकित्सालय बस स्टैण्ड और कोतवाली के मध्य से उठाकर बारापत्थर में ले जाया गया था। दूरदर्शी लोग उस वक्त इसे मिनी मेडिकल कॉलेज की संज्ञा दिया करते थे। शुरूआती दौर में सिवनी का जिला अस्पताल महज 100 बिस्तर का हुआ करता था, जिसे बाद में 400 बिस्तरों तक की क्षमता का बना दिया गया।
सिवनी में आर्युविज्ञान महाविद्यालय खोलने के लिए नब्बे के दशक से मांग तेज होना आरंभ हुई। सिवनी विधान सभा का प्रतिनिधत्व उस दौर में पंडित महेश प्रसाद शुक्ला किया करते थे। उसके बाद नरेश दिवाकर, फिर नीता पटेरिया और उसके बाद से सिवनी विधान सभा की कमान दिनेश राय के हाथों में है। मंत्री पद की बात की जाए तो सिवनी में पंडित महेश प्रसाद शुक्ला के उपरांत श्रीमति उर्मिला सिंह, हरवंश सिंह, डॉ. ढाल सिंह बिसेन प्रदेश में मंत्री रहे। सभी को कद्दावर माना जा सकता है, पर सिवनी में मेडिकल कॉलेज के संबंध में किसी के द्वारा भी संजीदगी के साथ प्रयास नहीं किए गए।
2013 में सिवनी विधान सभा से दिनेश राय बतौर निर्दलीय विधायक चुने गए। 2018 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा। उन्होंने अनेक बार अपने वक्तव्यों में यह कहा कि वे भाजपा में इसी शर्त पर गए हैं, कि सिवनी में मेडिकल कॉलेज की खोला जाए। 06 अक्टूबर 2018 को विधान सभा चुनावों की आचार संहिता के एक दिन पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आनन फानन न केवल सिवनी के मेडिकल कॉलेज का भूमिपूजन कर दिया, वरन भवन निर्माण के लिए तीन सौ करोड़ की घोषणा भी कर दी थी।
इस भूमिपूजन कार्यक्रम से भाजपा के तत्कालीन क्षत्रपों ने पर्याप्त दूरी बनाकर रखी थी। उस दौर में इस तरह की चर्चाएं तेजी से चल रहीं थीं कि दिनेश राय को भाजपा के द्वारा अपना लिया गया है और दिनेश राय को भाजपा से सिवनी विधानसभा से टिकिट दी जा सकती है, और जो निर्दलीय अपना परचम फहरा सकता है वह भाजपा के सिंबाल से तो रिकार्ड भी बना सकता है। चर्चाएं यहां तक भी थीं कि सिवनी के नेताओं को देश प्रदेश में शिकायती नेताओं की श्रेणी में इसलिए रखा जाता था, क्योंकि किसी ने भी सिवनी के लिए कुछ मांगा तो नहीं पर सिवनी के नेताओं की शिकायतें जमकर कीं।
बहरहाल, 2018 के चुनाव पूर्व किए गए मेडिकल कॉलेज भवन के भूमिपूजन के बाद लोग इसके आरंभ होने में संशय ही रख रहे थे, क्योंकि उसके बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार काबिज हो गई थी और मुख्यमंत्री कमल नाथ बन गए थे। कांग्रेस की सरकार के कार्यकाल में सिवनी में मेडिकल कॉलेज भवन का काम थम गया। वक्त गुजरता रहा और महज 15 माह बाद ही वक्त ने पलटी मारी और कमल नाथ के स्थान पर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर शिवराज सिंह चौहान काबिज हो गए। फिर क्या था, सिवनी के मेडिकल कॉलेज का काम एक बार फिर गति पकड़ता दिखा।
चिकित्सा शिक्षा विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि सिवनी के मेडिकल कॉलेज भवन का काम लगभग नब्बे फीसदी पूरा हो चुका है। सिवनी में फर्नीचर आदि भी पूरी तरह आ चुका है। चालीस से ज्यादा फेकल्टी यहां तैनात हो चुकी है। नेशनल मेडिकल कॉसिल के दल के द्वारा भी 24 जून को निरीक्षण पूरा कर लिया गया है। इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय सिवनी को फिलहाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल बना दिया गया है। विद्यार्थियों के लिए क्लीनिकल लेक्चर्स के लिए भी तैयारी पूरी कर ली गई है। सिवनी मेडिकल कॉलेज की वेब साईट भी बनकर तैयार है, जिसमें भी बहुत सारी जानकारी अद्यतन की जा रही है।
कुल मिलाकर हालात देखकर यही प्रतीत हो रहा है कि 2018 में जिस जिद को तत्कालीन निर्दलीय विधायक दिनेश राय ने ठाना था, वह अब आकार लेती दिख रही है। इधर, मुख्यमंत्री कार्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को इस बात के स्पष्ट संकेत दिए हैं कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के द्वारा आयुक्त जबलपुर संभाग, सिवनी मेडिकल कॉलेज के डीन, कलेक्टर सिवनी आदि को तैयार रहने की बात कही है। सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के द्वारा जुलाई के पहले पखवाड़े में ही सिवनी के मेडिकल कॉलेज को प्रदेश को समर्पित कर दिया जाएगा।
सिवनी के विधायक दिनेश राय को चाहिए कि सिवनी के इस मेडिकल कॉलेज का नाम भी मुख्यमंत्री के द्वारा उद्याटन किए जाते समय स्थानीय विभूतियों जगतगुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती, आयरन लेडी सुश्री विमला वर्मा, भाजपा के मंत्री रहे महेश प्रसाद शुक्ला आदि के नाम पर रखवा दिया जाए।

सिवनी के मेडिकल कॉलेज में सारे काम पूरे हो चुके हैं। हमारे पास वर्तमान में 40 से ज्यादा फेकल्टीज हैं। नेशनल मेडिकल कॉसिल के दल के द्वारा इसका निरीक्षण किया जा चुका है। उम्मीद है जल्द ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के द्वारा इसका लोकार्पण किया जाएगा। मेडिकल कॉलेज को संचालित करने के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं।

डॉ. परवेज अहमद सिद्धकी,
डीन,
गर्वमेंट मेडिकल कॉलेज, सिवनी.
(क्रमशः जारी)