नए अध्यक्ष के लिए राहुल गांधी को बनाना चाहिए पैनल

 

 

 

 

(ब्यूरो कार्यालय)

नई दिल्‍ली (साई)। कांग्रेस पार्टी में राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद नेतृत्व को लेकर अजीब संकट देखने को मिल रहा है। ऐसे में पार्टी के वरिष्ठ नेता खुलकर बोलने लगे हैं। पहले कर्ण सिंह ने कहा कि एक महीने राहुल गांधी को मनाने में बर्बाद कर दिए गए, अब कांग्रेस वर्किंग कमिटी की जल्द से जल्द बैठक बुलानी चाहिए। मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि राहुल गांधी को नए कांग्रेस अध्यक्ष के नाम का सुझाव देने के लिए एक कमिटी बनानी चाहिए।

उन्होंने आगे कहा कि तकनीकी रूप से राहुल अब भी कांग्रेस चीफ हैं। पार्टी प्रेजिडेंट के पद से इस्तीफा देने के राहुल के फैसले की तारीफ करते हुए जनार्दन ने कहा कि यह एक आदर्श स्थिति है, जिसका दूसरे कांग्रेस नेताओं को भी पालन करना चाहिए। गौरतलब है कि राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद पार्टी के खासतौर से उनकी टीम के कई युवा नेताओं के भी इस्तीफे हो रहे हैं।

युवा को ही मिलेगी पार्टी की कमान?

उधर, कई तरह की अटकलें भी चल रही हैं। रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि वरिष्ठ नेताओं के हाथ में पार्टी की पावर आने के बाद युवा नेता अपनी भूमिका को लेकर अनिश्चित हो गए हैं। वहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने किसी युवा को ही पार्टी की कमान सौंपने की वकालत की है। ऐसे माहौल में जनार्दन का बयान अहम है।

नए अध्यक्ष को चुनने की प्रक्रिया पर सवाल

जनार्दन द्विवेदी ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में सवाल किया कि कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर पार्टी के भीतर जो बैठकें चल रही हैं, उनके लिए किसने अधिकृत किया है? इससे पहले भी खबरें आईं थीं कि इन बैठकों में युवा नेताओं को शामिल नहीं किया जा रहा है, जिससे वे अपनी भूमिका को लेकर अनिश्चित हैं। द्विवेदी के खुलकर बैठकों के बारे में बोलने से साफ है कि पार्टी के भीतर नए अध्यक्ष की प्रक्रिया को लेकर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है।

सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कर्ण सिंह ने कहा था कि जल्द से जल्द कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक बुलाकर निर्णय किए जाएं तथा हो सके तो यह बैठक पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अगुआई में बुलाई जाए। उन्होंने साफ कहा था कि जितने ज्यादा समय तक अनिश्चितता बनी रहेगी, कार्यकर्ताओं और मतदाताओं के हौसले उतने पस्त हो जाएंगे।

गौरतलब है कि राहुल गांधी ने पिछले दिनों अपने इस्तीफे की औपचारिक घोषणा की और नए अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया से खुद को अलग कर लिया। इसके बाद से अब तक सीडब्ल्यूसी की बैठक को लेकर कोई फैसला नहीं हो पाया है।