8वीं क्लास की लड़की को वैन में ड्रायवर ने बनाया बंधक, फिर . . .

 

 

 

 

(ब्यूरो कार्यालय)

ग्‍वालियर (साई)। सीपी कॉलोनी में स्थित स्कूल में 8वीं क्लास में पढ़ने वाली छात्रा को सोमवार सुबह वैन चालक ने उसे घर से लिया।

स्कूल ले जाने की बजाए गलत नीयत से बच्ची को मेला ग्राउंड के पीछे ले आया। बच्ची के शोर मचाने पर 30 मिनट तक उसे वैन में बंधक बनाकर गाड़ी सड़कों पर दौड़ता रहा। नाकाम होने पर 7 नंबर चौराहे पर छात्रा को छोड़कर भाग गया। डरी- सहमी बच्ची ने स्कूल पहुंचकर टीचर को घटना की जानकारी दी। स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों को बुलाकर छात्रा को उन्हें सौंपा। शाम को जब बच्ची कुछ सामान्य हुई तो माता – पिता उसे लेकर थाने पहुंचे और मामला दर्ज कराया।

मुरार निवासी छात्रा के पिता ने बताया कि उनकी बच्ची के अलावा पड़ोसियों के आधा दर्जन बच्चे सीपी कॉलोनी स्थित स्कूल में पढ़ते हैं। उनकी बेटी आठवीं में है। बेटी को पहले वैन चालक अंकुर सक्सेना लेने आता था। लेकिन इस साल उसकी जगह उसके चाचा की वैन बच्ची को स्कूल ले जाती थी। सोमवार सुबह चाचा की बजाए बच्ची को लेने के लिए अंकुर नई वैन लेकर आया था। अंकुर ने छात्रा की मां को बताया कि आज चाचा नहीं आएंगे। उन्होंने आज बच्चों को लेने के लिए मुझे भेजा है।

मेला ग्राउंड पर ले जाते ही बच्ची ने शोर मचाया

वैन चालक अंकुर ने बच्ची को बताया कि गाड़ी में पेट्रोल डलवाना है। उसके बाद अन्य बच्चे लेते हुए स्कूल चलेगा। लेकिन उसने आज अन्य बच्चों के नहीं लिया। गलत नीयत के बच्ची को वैन में बैठाकर वह सांची दुग्घ संघ के पास वाले रास्ते से मेला ग्राउंड के पीछे आ गया। बच्ची ने उससे पूछा – अंकल कहां ले जा रहे हो। अंकुर ने कुछ जवाब देने की बजाए चलती वैन में छात्रा से अश्लील हरकतें करना शुरू कर दी। बच्ची ने वैन में शोर मचाना शुरू कर दिया। सड़क पर बाइक सवार को देखकर बच्ची ने किसी तरह वैन का कांच खोलकर मदद मांगी तो बाइक सवार ने वैन का कुछ दूरी तक पीछा किया।

लेकिन अंकुर ने वैन दौड़ा दी। इसके बाद स्टेशन तक आया। पुलिस को देख वैन को यू – टर्न कर वह गाटर वाली पुलिया के पीछे ले गया। यहां रास्ता बंद देख फिर वापस लौटा। इस बीच वैन में बच्ची मदद के लिए चिखती -चिल्लाती रही। भागने में नाकाम चालक की हिम्मत टूटी तो वापस 7 नंबर चौराहे बच्ची को छोड़कर भाग गया। छात्रा स्कूल ने पहुंचकर पूरी घटना टीचर को बताई। घटना की सूचना मिलते ही माता – पिता भी स्कूल पहुंचे। बच्ची बहुत घबराई और डरी हुई थी, जिसके कारण उसे परिजन पहले घर ले गए। शाम तक उसकी स्थिति सामान्य होने पर उसे मुरार थाने लेकर पहुंचे और घटना पुलिस को बताई।

स्कूल प्रबंधन को नोटिस देगी पुलिस

पुलिस स्कूल प्रबंधन को नोटिस देकर पूछेगी कि स्कूल से जुड़ी वैन चालकों का पुलिस वैरीफिकेशन कराया कि नहीं। नहीं कराए जाने पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई करेगी।

अपहरण की धारा नहीं लगाई

मुरार थाना पुलिस ने बच्ची के कथन के बाद चालक अंकुर सक्सेना के खिलाफ धारा 354, 354(क) लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण (2012) 7 व 8 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। लेकिन पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपहरण की धारा नहीं लगाई है।

अभिभावक भी सावधानी बरतें

बच्चों को स्कूल भेजते समय अभिभावकों को सावधानी बरतनी चाहिये।

– किसी अपरिचित वैन व ऑटो चालक के साथ बच्चों को नहीं भेजें।

– वैन व ऑटो लगाते समय चालक के मोबाइल नंबर, घर का पता व स्कूल प्रबंधन से भी पूछे कि वैन व ऑटो चालक के साथ बच्चे को भेजे की नहीं।

– गाड़ी का नंबर, चालक का ड्राइविंग लाइसेंस की फोटो कॉपी उससे लेकर अपने पास सुरक्षित रख लें।