दुनिया की इन अजीबोगरीब जगहों पर भी रहते हैं लोग

 

दुनियाभर की कुछ अजीबो गरीब जगहों के जानिए, जो न सिर्फ प्रकृति और इंसान के बीच के रिश्तों को दिखाती हैं, बल्कि इनके बारे में जानकर ये विश्वास भी हो जाएगा कि इंसान किसी भी जगह को अपने रहने के ठिकाने में तब्दील कर सकता है।

रॉसानोऊ मॉनेस्ट्री, ग्रीस

ग्रीस के थेसले इलाके में खंभेनुमा खड़ी पहाड़ी पर मौजूद है ये रॉसानोऊ मॉनेस्ट्री। 1545 में इसका दोबारा निर्माण कराया गया। इसे दो भाइयों मैक्सिमोस और लोआस्फ ने मिलकर बनाया। इसमें चर्च, गेस्ट क्वार्टर, रिसेप्शन हॉल और डिस्प्ले हॉल समेत रहने की व्यवस्था है।1800 में लकड़ी का पुल बनने के बाद से यहां पहुंचना आसान हो गया है। रॉसानोऊ मॉनेस्ट्री 1988 से ननों के एक छोटे से समूह के रहने का ठिकाना बन चुका है।

हैंगिंग मॉनेस्ट्री, चीन

चीन में पांच बेहद खतरनाक पहाड़ हैं, जिनमें से एक शांझी प्रांत में मौजूद हेंग माउंटेन है। पहाड़ों के किनारे पर हवा में झूलते इन मकानों को हैंगिंग मॉनेस्ट्री के नाम से भी जाना जाता है। इसके पास से गोल्डन ड्रैगन नदी होकर गुजरती है, इसीलिए इसे जमीन के बहुत ऊंचाई पर बना है, ताकि बाढ़ से इसे नुकसान न पहुंच सके। ये पर्यटकों की पसंदीदा जगहों में से एक है।

सेटेनिल डी लास बोडेगास, स्पेन

स्पेन के एन्डालूसिया प्रांत में बने इन मकानों को देखकर ये मानना आसान हो जाएगा कि इंसान कहीं भी अपने रहने का ठिकाना ढूंढ सकता है। सेटेनिल डी लास बोडेगास नाम के इस शहर में लगभग 3,000 लोगों की आबादी है। इसे देख यकीन नहीं होता कि पूरा का पूरा शहर पहाड़ों के नीचे बसा हुआ है। ये छोटा से शहर कैडिज प्रांत के उत्तरपूर्व में लगभग 157 किलोमीटर दूर स्थित है।

अल हजराह, यमन

यमन में हराज पहाड़ों पर सबसे ऊंचाई पर बसा ये दीवारों का शहर है, जिसे अल हजराह के नाम से जाना जाता है। इसका इतिहास निश्चित तौर पर बहुत प्राचीन है। हालांकि, अधिकारिक तौर पर इसे 12वीं सदी का माना जाता है। दीवार जैसे दिखने वाले इन कई मंजिला मकानों का समय-समय पर पुर्ननिर्माण होता रहा है।

कप्पादोकिया, तुर्की

तुर्की के प्राचीन अनाटोलिया प्रांत में मौजूद ये खूबसूरत जगह निश्चित तौर पर इंसानों के सबसे पुराने ठिकानों में से एक होगी। कप्पादोकिया को देखकर पता चलता है कि मानव विकास किस क्रम में आगे बढ़ा। यहां मौजूद ईसा पूर्व 6वीं सदी के रिकॉर्ड ये बताते हैं कि ये पारसी साम्राज्य का सबसे पुराना प्रांत रहा है। यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहरों में शामिल किया है।

पोन्टे वेकियो, इटली

इटली के फिरेन्डे शहर के ये यादगार पुलों में से एक है, जिसे पोन्टे वेकियो यानी पुराने ब्रिज (अंग्रेजी में ओल्ड ब्रिज) के नाम से जाना जाता है। ये आर्नाे नदी पर बना है। इस पुल का निर्माण 1345 ईसवी में उस वक्त हुआ था, जब नदी को पैदल पार करने के लिए बने दो पुल बाढ़ में नष्ट हो गए थे। कुछ समय बाद इस पुल पर मकान और दुकानें बन गईं, जो समय के साथ बढ़ती जा रही हैं।

मतमाता, ट्यूनीशिया

मतमाता दक्षिण ट्यूनीशिया से 335 किलोमीटर दूर बसा है। ये अफ्रीका की खानाबदोश जनजातियों का छोटा सा ठिकाना है। इस गांव में बने मकान जमीन में गढ्डे खोदकर बनाए गए हैं, जो बिल्कुल मानव निर्मित गुफाओं जैसी दिखती हैं। ये मकान जमीन के अंदर ही अंदर गुफाओं के जरिए आपस में जुड़े हैं। 2004 के आंकड़ों के अनुसार यहां की जनसंख्या 2,116 थी।

सीलैंड

ये जगह रहने के लिए बेहद ही अजीबोगरीब है, जिसे एक छोटे से देश के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। समुद्र में जिस जगह पर ये घर बना है, उस पर किसी भी देश का अधिकार नहीं है। कुछ समीक्षकों ने इसे दुनिया के सबसे छोटे संप्रभु राज्य का दर्जा भी दिया था। सीलैंड पर बना ये सीफोर्ट ग्रेट ब्रिटेन आईलैंड से 13 किलोमीटर दूरी पर मौजूद है। पूर्व में सीलैंड का अपना पासपोर्ट और अपनी मुद्रा थी।

कासा दो पेनेडो, पुर्तगाल

पुर्तगाल में फेफ पहाड़ी में बना ये घर बेहद नायाब है। इसका निर्माण 1974 में एक इंजीनियर ने किया था। इसे स्टोन हाउस के नाम से भी जाना जाता है। ये घर चार बोल्डरों से मिलकर बना है। दरवाजे, खिड़कियों और छत को छोड़ दिया जाए तो ये घर पत्थरों से बना है। हालांकि, स्टोन हाउस को लेकर कई बार ये भी कहा गया कि इसकी तस्वीर फोटोशॉप के जरिए बनाई गई है।

(साई फीचर्स)