121 किलोमीटर की गति से छिंदवाड़ा से नैनपुर के बीच शनिवार को दौड़ेगी रेलगाड़ी!

अमित शाह नहीं दिखाएंगे सवारी गाड़ी को हरी झंडी! आधे घंटे में ही सिवनी से छिंदवाड़ा का सफर होगा तय!
(आशीष कौशल)
नागपुर (साई)। 25 मार्च को देश के गृ ह मंत्री अमित शाह छिंदवाड़ा के प्रवास पर हैं, पर वे छिंदवाड़ा से सिवनी होकर नैनपुर के बीच चलने वाली सवारी रेलगाड़ी को हरी झंडी शायद ही दिखाएं। उसके बदले छिंदवाड़ा से नैनपुर के बीच वर्तमान में स्वीकृत 90 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार को बढ़ाकर 110 किलो मीटर प्रतिघंटा करने की कवायद आरंभ होगी।
लोगों के बीच चल रही चर्चाओं पर अगर यकीन किया जाए तो गृहमंत्री अमित शाह के छिंदवाड़ा कार्यक्रम के दौरान छिंदवाड़ा से सिवनी होकर नैनपुर के बीच चलने वाली सवारी रेलगाड़ी को उनके द्वारा हरी झंडी दिखाए जाने के कार्यक्रम को शामिल करने की कवायद की गई थी, किन्तु किन्ही विघ्नसंतोषियों के द्वारा इसमें अड़ंगा लगाए जाने के कारण इस हरी झंडी दिखाने के कार्यक्रम को अमित शाह के मूल कार्यक्रम में जगह नही मिल पाई।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की नवागत मण्डल रेल प्रबंधक (डीआरएम) नमिता त्रिपाठी के द्वारा हाल ही में 19 मार्च को छिंदवाड़ा, सिवनी, नैनपुर रेलखण्ड का बारीकी से निरीक्षण किया गया था। नवागत डीआरएम के निरीक्षण से लोग बहुत ही संतुष्ट नजर आए और अब डीआरएम एक्शन में भी दिख रही हैं।
छिंदवाड़ा से नैनपुर के बीच के नए बने रेलवे ट्रेक पर अब तक 90 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से रेलगाड़ी चलाने की अनुमति प्रदाय की गई थी। अब इस गति को बढ़ाने की कवायद हो रही है। अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो आने वाले समय में छिंदवाड़ा से सिवनी, भोमा होते हुए नैनपुर के बीच रेलगाड़ी 100 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ती नजर आएगी।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के मण्डल रेल प्रबंधक नागपुर के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि मण्डल रेल प्रबंधक नमिता त्रिपाठी के हस्ताक्षरों से 24 मार्च को जारी एक आदेश में वरिष्ठ परिचालन प्रबंधक (सीनियर डीओएम) को निर्देशित किया गया है कि शनिवार 25 मार्च 2023 को दोलन निगरानी प्रणाली परीक्षण (ओएमएस, आस्क्लिेशन मानीटरिंग सिस्टम) के जरिए छिंदवाड़ा से चौरई, सिवनी, भोमा, केवलारी के रास्ते नैनपुर के बीच 121 किलो मीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से एक रेलगाड़ी को बिजली के इंजन से गुजारे जाने के सभी मुकम्मल इंतजाम करवाए जाएं।
सूत्रों का कहना था कि इस आदेश में कहा गया है कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर मुख्यालय के द्वारा यह तय किया गया है कि वर्तमान में नैनपुर छिंदवाड़ा के बीच अधिकतम गति सीमा 90 किलो मीटर प्रति घंटे को बढ़ाकर 110 किलो मीटर किया जाए। इसके लिए 110 किलो मीटर प्रति घंटे की गति से दस फीसदी अधिक की गति अर्थात 121 किलो मीटर प्रति घंटे की गति से रेलगाड़ी को इस निर्धारित रेल खण्ड से गुजारा जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि इस परीक्षण रेलगाड़ी में कितने डब्बे होंगे यह बात अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है किन्तु इस परीक्षण यान के लिए क्रू और गार्ड के साथ ही एलवी (लास्ट व्हीकल) बोर्ड, फ्लशर लाईट की व्यवस्था के साथ ही साथ मैदानी अमले के बीच सिग्नल आदि की मुकम्मल व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
सूत्रों का कहना था कि यह रेलगाड़ी सुबह 09 बजे इतवारी रेलवे स्टेशन से रवाना होकर लगभग साढ़े ग्यारह बजे छिंदवाड़ा पहुंचेगी, इसके बाद यह रेलगाड़ी छिंदवाड़ा से रवाना होकर 121 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से रवाना होकर चौरई, सिवनी, भोमा, केवलारी के रास्ते नैनपुर पहुंचेगी। इसके बाद यह रेलगाड़ी दोपहर 02 बजे इतवारी रेलवे स्टेशन वापस पहुंचेगी।
सूत्रों ने बताया कि इसके लिए डिप्टी चीफ इंजीनियर, ट्रेक, बिलासपुर, चीफ कंट्रोलर (आपरेशन और कोचिंग), इंजीनियरिंग कंट्रोल नागपुर, एडीईएन, छिंदवाड़ा को 121 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से रेलगाड़ी चलाने के लिए पीएसआर की व्यवस्था सुनिश्चित करने, एवं एसएसई, पाथ वे डिपार्टमेंट आदि को पाबंद रहने के निर्देश दिए गए हैं।

क्या होती है ओएमएस ट्रायल!

रेलवे के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि दरअसल, रेलवे की पटरियों पर एक पूरा रैक (इंजन, बोगियां और गार्ड का डिब्बा) जब निर्धारित गति से दौड़ाया जाता है तब इंजन और सहित अन्य बोगियों में उस गति में रेल के इंजन एवं डब्बों में होने वाले कंपन (वाईब्रेशन), मोड, कर्व्स आदि में बोगियों के झुकाव आदि को मानिटर किया जाता है। इसके बाद इसकी अधिकतम गति का निर्धारण किया जाता है।