सूत्र सेवा के मामले में फिसड्डी!

 

 

(शरद खरे)

आज़ादी के बाद से सिवनी जिला परिवहन के साधनों के मामले में समृद्धशाली माना जा सकता है। सिवनी में रेल मार्ग (भले ही नैरोगेज़) एक सदी पहले से रहा है। सिवनी से होकर गुजरने वाला उत्तर दक्षिण गलियारा मुगल शासक शेरशाह सूरी के जमाने का है। इसके अलावा सिवनी में आंतरिक मार्ग भी पुराने हैं। रेल और यात्री वाहनों के मामले में पूर्व में सिवनी के लोगों को शायद ही कभी परेशानी का सामना करना पड़ा हो।

सिवनी की सियासत के आकाश में प्रकाशमान होने वाली पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व.विमला वर्मा और स्व.हरवंश सिंह के कार्यकाल में सिवनी में राज्य परिवहन की यात्री बसों का संचालन विभिन्न स्थानों के लिये सिवनी से किया जाता था। सिवनी में राज्य परिवहन का संभागीय कार्यालय और संभागीय कर्मशाला भी अस्तित्व में हुआ करती थी। संभागीय कर्मशाला के लिये मण्डला रोड पर आमा झिरिया के पास जमीन भी आवंटित की गयी थी।

इक्कीसवीं सदी के पहले दशक में मध्य प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम का अस्तित्व समाप्त कर दिया गया। इसके उपरांत निजि बस संचालकों की मुगलई हावी हुई। परिवहन विभाग और यातायात पुलिस की कथित अनदेखी के चलते निजि बस संचालकों की मनमानी के आगे यात्रियों को होने वाली असुविधाओं का शोर दबकर रह गया।

सिवनी में अमान परिवर्तन के चलते चार साल पहले नैरोगेज़ का संचालन बंद कर दिया गया। इसके बाद रेल की सस्ती यात्रा की बजाय यात्री बसों की महंगी यात्रा करने पर यात्री मजबूर होते रहे पर किसी भी चुने हुए प्रतिनिधि के द्वारा इस संबंध में प्रयास नहीं किये गये कि कम से कम विद्यार्थियों को ही रियायती दरों पर बस में यात्रा की सुविधा मिले।

पिछले दिनों सूत्र सेवा के नाम से यात्री बस का संचालन प्रदेश सरकार ने आरंभ किया गया है। सूत्र सेवा में वातानुकूलित और गैर वातानुकूलित यात्री बसों का संचालन किया जा रहा है। ये बस आरामदायक होने के साथ ही साथ इनका किराया मेले ठेले, तीज त्यौहारों में भी नहीं बढ़ाया जाता है।

विडंबना ही कही जायेगी कि सिवनी से भोपाल के लिये एक भी सूत्र सेवा का संचालन अब तक आरंभ नहीं हो सका है। एक समय था जब सुबह 05 बजे सिवनी से भोपाल, शाम 06 बजे सिवनी से इंदौर और रात 09 बजे केवलारी से इंदौर यात्री बस का संचालन किया जाता था।

सूत्र सेवा में सिवनी से भोपाल के लिये यात्री बस का संचालन न हो पाना जिले के चुने हुए प्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली को आईना दिखाने के लिये पर्याप्त माना जा सकता है। इसके अलावा सिवनी से नागपुर के लिये एक भी सूत्र सेवा का संचालन नहीं किया जा रहा है। इस मामले में काँग्रेस और भाजपा संगठनों ने भी अपना मौन नहीं तोड़ा है।

संवेदनशील जिलाधिकारी प्रवीण सिंह से जनापेक्षा है कि वे ही स्वसंज्ञान से सिवनी से नागपुर, भोपाल सहित अन्य स्थानों के लिये सीधी सूत्र सेवा यात्री बसों के संचालन के मार्ग प्रशस्त कराने की दिशा में पहल करें ताकि यात्रियों को इसका लाभ मिल सके।

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