क्रिकेट की गतिविधियों की बाट जोह रहे क्रिकेटप्रेमी

 

 

जिला क्रिकेट संघ सिवनी की निष्क्रियता से निराश हैं खेल प्रेमी!

(खेल ब्यूरो)

सिवनी (साई)। सिवनी में बारिश का मौसम थमे एक लंबा अरसा गुजर गया है। ऐसे में अन्य खेलों के साथ ही साथ क्रिकेट प्रेमी भी चाह रहे हैं कि क्रिकेट से संबंधित गतिविधियां जिले में आरंभ हों।

इसके लिये प्रौढ़ावस्था को प्राप्त हो रहे शहर के पुराने क्रिकेटर्स बताते हैं कि पूर्व में क्रिकेट की गतिविधियां मॉनसून के समाप्त होते ही आरंभ हो जाती थीं। उन्होंने बताया कि पूर्व में जिला क्रिकेट संघ जैसी कोई संस्था सिवनी में नहीं थी उसके बाद भी सिवनी का क्रिकेट आला दर्जे का हुआ करता था। असुविधाओं के बीच खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने को आतुर रहा करते थे लेकिन आज उसका अभाव साफ देखा जा रहा है।

सिवनी की क्रिकेट के संबंध में एक पुराने खिलाड़ी ने बताया कि यह खेल हमेशा से महंगा रहा है लेकिन उसके बाद भी आपसी सहयोग से इस खेल की गरिमा को बनाये रखा गया। उनका कहना था कि टेनिस बॉल की आड़ में आज क्रिकेट की गरिमा को नुकसान पहुँचाने जैसा ही कार्य किया जा रहा है। टेनिस बॉल से एक क्रिकेटर को ज्यादा कुछ सीखने को तो नहीं मिलता है उल्टा टेनिस बॉल की प्रतियोगिताएं क्रिकेट को पतन की दिशा में ही ले जाने का ही कार्य कर रही हैं।

कुछ पुराने दर्शकों का तो यहाँ तक कहना था कि वे टेनिस बॉल की प्रतियोगिता देखने के लिये नहीं जाते हैं। उन्हें तकनीकि क्रिकेट देखना होता है तो वे टीव्ही पर ही इसे देखना पसंद करते हैं। टेनिस बॉल की प्रतियोगिताओं के द्वारा क्रिकेट की तकनीक को नुकसान पहुँचाने का आरोप भी कुछ क्रिकेट प्रेमी लगाने से नहीं चूकते हैं। उनका कहना है कि समय व्यतीत करने के लिये टेनिस बॉल से क्रिकेट खेला जा सकता है लेकिन उससे किसी खिलाड़ी का कैरियर कतई नहीं बन सकता।

एक युवा क्रिकेटर ने इस संबंध में कहा कि उनके पिता भी सिवनी के एक अच्छे खिलाड़ी रहे हैं और ये तब था जब कि उन्हें बताया गया है कि सिवनी में जिला क्रिकेट संघ जैसी कोई संस्था अस्तित्व में नहीं थी। उक्त युवा खिलाड़ी का कहना था कि आज जिले में क्रिकेट संघ अस्तित्व में है लेकिन वह सोया हुआ ही प्रतीत हो रहा है। इस संघ के पदों पर शायद निष्क्रिय लोग जड़ें जमाकर बैठ गये हैं जो क्रिकेट की बेहतरी की दिशा में कुछ नहीं करना चाहते हैं और आश्चर्य जनक रूप से अपने पद से भी वे नहीं हटना चाहते हैं।

एक अन्य खिलाड़ी का कहना था कि पिछले कुछ वर्षों में जिस तरह से उच्च स्तरीय क्रिकेट सिवनी से विलुप्त हुई है उसकी जिम्मेदारी या तो संघ के पदाधिकारियों को अपने ऊपर लेना चाहिये और या फिर उन्हें अपने – अपने पद से त्यागपत्र देकर किन्हीं अन्य ऐसे लोगों को सामने आने का मौका देना चाहिये जो क्रिकेट की बेहतरी की दिशा में कुछ कर सकें और जिला क्रिकेट संघ जैसी महत्वपूर्ण संस्था सिवनी के उदीयमान खिलाड़ियों के काम आ सके।

उक्त खिलाड़ी ने यहाँ तक कहा कि वर्तमान पदाधिकारियों का, उन्हें क्या किसी और को भी शायद पता नहीं है कि कौन-कौन लोग हैं जो जिला क्रिकेट संघ के पदों पर अंगद के समान पैर जमाये बैठे हैं लेकिन जो भी वे हैं, ऐसे पदाधिकारियों को अविलंब स्वयं को वहाँ से पृथक कर क्रिकेट की बेहतरी के रास्ते खोलते हुए, उनके द्वारा एक नज़ीर पेश की जाना चाहिये। अन्यथा की स्थिति में यह साल भी सिवनी के खिलाड़ियों को बिना कोई उपलब्धि दिलाये ही गुजर जायेगा। इस खिलाड़ी का यहाँ तक कहना था कि जिला क्रिकेट संघ के पदों पर ऐसे लोग बैठ गये हैं जिन्हें खुद को ही नहीं पता है कि उन्हें क्रिकेट के लिये क्या करना चाहिये। ऐसे लोगों से मुक्ति की इच्छा क्रिकेट प्रेमियों ने व्यक्त की है।