सिवनी वाले कही भूल ही न जायें लेदर बॉल क्रिकेट को!

 

कब टूटेगी जिला क्रिकेट संघ की कुंभकर्णीय निद्रा!, कब मिलेगा स्टेडियम!

(अय्यूब कुरैशी)

सिवनी (साई)। जिला क्रिकेट संघ सिवनी के द्वारा अगर लेदर बॉल क्रिकेट को प्रोत्साहित करने के संजीदा प्रयास नहीं किये गये तो आने वाले समय में टेनिस बॉल क्रिकेट का जादू दर्शकों के सिर चढ़कर बोलने लगेगा। अगर ऐसा हुआ तो निश्चित तौर पर सिवनी से प्रदेश, राष्ट्रीय या अंर्तराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेटर तराशना बहुत ही मुश्किल हो जायेगा।

इस आशय की चर्चाएं गुजरे जमाने के खालिस क्रिकेटर्स के बीच आये दिन होती रहती हैं। क्रिकेटर्स के बीच चलने वाली चर्चाओं के अनुसार जिला क्रिकेट संघ सिवनी के द्वारा लेदर बॉल क्रिकेट को प्रोत्साहित करने के प्रयास क्यों नहीं किये जा रहे हैं, यह वाकई शोध का ही विषय है।

चर्चाओं के अनुसार लगभग दो तीन साल पहले जब सिवनी में लेदर बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया था, उस समय दर्शकों की भीड़ देखकर यही प्रतीत हो रहा था कि लोगों में लेदर बॉल क्रिकेट की दीवानगी कम नहीं हुई है। इस तरह की स्पर्धा देखने के लिये दर्शक आज भी लालायित ही दिखते हैं।

चर्चाओं के अनुसार विचार करने वाली बात यह है कि जब टेनिस बॉल क्रिकेट (जिसे कि शायद वास्तविक क्रिकेट की संज्ञा शायद नहीं दी जा सकती है) के आयोजन में इतनी भीड़ मैदान पर आ सकती है तो लेदर बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता को तो सिवनी के दर्शक सिर – आँखों पर बैठा लेंगे। दरअसल लेदर बॉल क्रिकेट का तो अभ्यास तक दर्शनीय होता है जबकि प्रतियोगिता की तो बात ही कुछ और रहती है।

एक पुराने खिलाड़ी ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि सिवनी में एक अदद क्रिकेट मैदान की कमी है जिसे इच्छा शक्ति के अभाव में जिम्मेदारों के द्वारा अभी दूर नहीं किया जा सका है। ऐसे में सिवनी की क्रिकेट प्रतिभाओं का प्रभावित होना स्वाभाविक है।

उन्होंने कहा कि जिला क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों और सदस्यों को निश्चित रूप से इस संबंध में भी सक्रिय होकर कुछ करके दिखाना चाहिये ताकि सिवनी में क्रिकेट की प्रतिभाओं के साथ न्याय किया जा सके। हालांकि पॉलीटेक्निक कॉलेज़ का मैदान क्रिकेट के खिलाड़ियों के लिये उपलब्ध हो जाया करता है लेकिन यहाँ अन्य आयोजनों के दौरान जब क्रिकेट की गतिविधियों पर विराम लगाना पड़ता है तब खिलाड़ियों में निराशा होना स्वाभाविक ही है।

वहीं, खेल प्रेमियों के अनुसार सिवनी में क्रिकेट के लिये एक मैदान निश्चित हो जाने से उसके बहुत से फायदे मिल सकते हैं। हालांकि सिवनी में स्थिति यह है कि खेलों के लिये मैदानों की बहुत कमी है। यहाँ जो मैदान उपलब्ध भी हैं तो उन्हें समय – समय पर अन्य प्रायोजनों के लिये उपयोग में ले लिया जाता है। इसके चलते एक स्थायी पिच का निर्माण किया जाना भी संभव नहीं है क्योंकि काफी मशक्कत के बाद तैयार की जाने वाली पिच पर हमेशा उसके अस्त व्यस्त होने का खतरा मण्डराता रहेगा। क्रिकेट के लिये एक अलग से मैदान उपलब्ध हो जाने के बाद ऐसी कोई भी संभावना नहीं रहेगी। एक स्थायी पिच पर खिलाड़ी सदैव अभ्यास करने के लिये स्वतंत्र रहेंगे।

खेल प्रेमियों के अनुसार इस समय जिला क्रिकेट संघ सिवनी के अध्यक्ष राज कुमार खुराना हैं और वे ही जिला काँग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी हैं। इसके अलावा जिला क्रिकेट संघ सिवनी के अनेक सदस्य भी काँग्रेस के सदस्य हैं। काँग्रेस, प्रदेश में सत्तारूढ़ है, इस लिहाज़ से अगर ये सभी एक जुट होकर प्रयास करते तो निश्चित तौर पर एक साल में जिला मुख्यालय में क्रिकेट का मैदान उपलब्ध हो जाता।

खेल प्रेमियों के अनुसार जिला क्रिकेट संघ सिवनी तो स्टेडियम के मामले में पूरी तरह निष्क्रिय ही दिख रहा है, इसलिये खेल प्रेमियों ने सांसद डॉ.ढाल सिंह बिसेन, फग्गन सिंह कुलस्ते सहित चारों विधायकों दिनेश राय, राकेश पाल सिंह, योगेंद्र सिंह एवं अर्जुन सिंह काकोड़िया सहित संवेदनशील जिलाधिकारी प्रवीण सिंह से जनापेक्षा व्यक्त की है कि वे ही इस दिशा में पहल कर जिले के क्रिकेट खिलाड़ियों के लिये एक अदद मैदान मुहैया करवाने के मार्ग प्रशस्त करें।