रघुवीर अहरवाल ने की नगर पालिका को भंग किये जान की माँग
(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। संत रविदास मिशन के अध्यक्ष रघुवीर अहरवाल ने माँग की है कि शहर में सड़कों के निर्माण के पहले उन सड़कों को अतिक्रमण मुक्त किया जाये।
उनके द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार हाल ही में नगर पालिका परिषद सिवनी द्वारा नगर के विभिन्न वार्डों में दस सड़कों के निर्माण के लिये भूमि पूजन किया गया है। इन सड़कों के निर्माण के लिये लंबे समय से नगर वासी माँग कर रहे थे। इन सड़कों में कुछ ऐसी सड़कें हैं जिनमें भारी आवागवन होता है। जाहिर है अतिक्रमण के कारण यहाँ नागरिकों को भारी परेशानी होती है।
उन्होंने कहा कि अच्छा हो कि महत्वपूर्ण सड़कों के निर्माण के पूर्व वहाँ से अतिक्रमण पूरी तरह हटाये जाये लेकिन वहाँ पर गरीब फुटपाथी दुकानदारों को हटाने के पहले उन्हें अपनी रोजी रोटी के लिये उचित स्थान भी दिया जाये। रविदास शिक्षा मिशन के अध्यक्ष रघुवीर अहरवाल ने बताया कि कटंगी नाका से लेकर मठ होते हुए जो रोड छिन्दवाडा चौक की तरह बनायी जा रही है उसमें भारी आवागवन होता है इस कारण यहाँ नागरिकांे को खासी परेशानी होती है।
उन्होंने कहा कि इसी तरह एसआरटी ऑफिस से लेकर भैरोगंज चौक तक बनायी जाने वाली सड़क में भी स्कूली ओर कालेज के छात्र – छात्राआंे की भारी संख्या देखी जा सकती है। इन बातों को देखते हुए भी इन सड़कों के निर्माण के पूर्व यहाँ के अतिक्रमण हटाये जाने चाहिये।
श्री अहरवाल ने कहा कि इन सड़कों के अलावा अन्य जो सड़कें बनायी जायेंगी उनमें से अतिक्रमण हटाया जाना जरूरी है। अतिक्रमण हटाते समय रसूखदारांे के पक्के अतिक्रमण पहले हटाये जाये ताकि आम जनता को विश्वास हो सके कि नगर पालिका परिषद और स्थानीय प्रशासन सबके साथ समान समानता का व्यवहार कर रहा है।
रविदास शिक्षा मिशन के अध्यक्ष रघुवीर अहरवाल ने आगे बताया कि वैसे तो पूरे शहर सहित महत्वपूर्ण गाँवों में अतिक्रमण दिन दूना रात चौगुना फैल रहा है। इस ओर से स्थानीय प्रशासन आँखें बंद किये हुए बैठा हुआ है। बीस साल पुरानी चौडी सड़कें आजकल गलियों में बदल चुकी हैं जहाँ से एक चौपहिया वाहन निकलने पर जाम लग जाता है जिससे आवागमन में तकलीफ होने के साथ ही साथ आये दिन विवाद होते रहते हैं।
उन्होंने कहा कि विश्वसनीय सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि नगर और गाँव में हो रहे अतिक्रमण के लिये वहाँ की प्रशासनिक ईकाई ओर जन प्रतिनिधि जिम्मेदार होते हैं जो अपने निजि स्वार्थ के लिये अतिक्रमण कारियों को छूट देते हैं। लोकसभा चुनाव के बाद स्थानीय निकायो के चुनाव भी होने हैं। इन चुनावों को देखते हुए नगर पालिका परिषद सिवनी द्वारा प्रस्तावित दस सड़कों के निर्माण में अतिक्रमण हटाया जाना मुश्किल है क्योंकि पार्षद ओर जन प्रतिनिधि भी अपने स्वार्थ के कारण अतिक्रमण हटाये जाने के विरोध मंे होते हैं क्योंकि सख्ती से अतिक्रमण हटाया जाता है तो वोट बैंक के टूटने का खतरा रहता है।
उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि उन दस सड़कों के निर्माण के पूर्व ही नगर पालिका परिषद को भंग कर दिया जाये, फिर नगर पालिका प्रशासक की नियुक्ति के बाद प्रस्तावित दस सड़कों का निर्माण किया जाये। इससे अतिक्रमण हटाने में कोई राजनीति आड़े नहीं आयेगी।