(सादिक खान)
सिवनी (साई)। बारिश के दौरान उन शालाओं, जहाँ चारदीवारी नहीं है, या है भी तो वाहनों की आवाजाही मैदान से होकर जारी है वहाँ के खेल के मैदान दलदल में तब्दील हो गये हैं। इन जगहों पर मैदान पर वाहनों के पहियों के निशान साफ दिखायी देते हैं।
जिले भर में हो रही लगातार बारिश से जहाँ आमजन परेशान हैं वहीं अनेक स्कूलों के मैदान छात्रों के लिये खेलने लायक भी नहीं बचे हैं। कुछ स्कूल परिसर में प्रवेश द्वार में ही इतना कीचड़-दलदल हो चुका है कि पढ़ाई करने जाने वाले छात्र – छात्राओं समेत शिक्षकों को जाने आने के लिये काफी जद्दोजहद करना पड़ रहा है।
जिला मुख्यलय में वैसे भी अनेक शालाओं के पास खेल के मैदान नहीं हैं। जिन शालाओं के पास खेल के मैदान हैं भी तो उनका रखरखाव नहीं किया जा रहा है। शासन के स्पष्ट निर्देशों को बलाए ताक पर रखकर इस तरह की शालाओं में से अनेक शालाओं के मैदानों को व्यवसायिक प्रयोजनों के लिये दिया जा रहा है।
जिला मुख्यालय में पॉलीटेक्टिनक कॉलेज के खेल के मैदान को संरक्षित और सुरक्षित करने के लिये गृह निर्माण मण्डल को पॉलीटेक्निक की कुछ जमीन दी जाकर हाउसिंग बोर्ड के द्वारा यहाँ चार दीवारी बना दी गयी थी। इस मैदान में सरकारी कार्यक्रमों के होने से यहाँ की दीवार तोड़ दी गयी थी, जिसके बाद इसे दुबारा नहीं बनाया गया। इसके चलते मैदान की स्थिति खराब दिख रही है।
इसी तरह जनपद पंचायत सिवनी अंतर्गत ग्राम पंचायत पुसेरा के प्राथमिक स्कूल के प्रवेश द्वार से लेकर स्कूल परिसर तक काफी कीचड़ – दलदल हो गया है। उक्त स्कूल में वर्तमान में 38 छात्र – छात्राएं अध्ययनरत हैं और प्रधान पाठक व अन्य दो शिक्षकों समेत तीन शिक्षक स्कूल में पदस्थ हैं।
उक्त स्कूल प्रांगण में काफी मात्रा में कीचड़ – दलदल होने की बात ग्राम पुसेरा के ग्राम वासियों व अभिभावकों ने बताते हुए कहा कि स्कूल में हुए कीचड़ के कारण आये दिन बच्चे वहाँ गिर कर घायल हो रहे हैं तो वहीं वे खेल – खेल में एक दूसरे को कीचड़ – दलदल में धकेलने भी लगते हैं।
ग्रामवासियों में शामिल रघुनाथ, रामू, दीनदयाल आदि ने बताया कि स्कूल मैदान में व्यवस्था बनाये जाने के लिये कई बार पंचायत से कहा गया है लेकिन वे भी इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहे हैं।