(अवनीश बरमैया)
जुरतरा (साई)। सिवनी विकास खण्ड के जुरतरा ग्राम में विद्यार्थियों पर खतरा मण्डरा रहा है। यहाँ सड़क किनारे चारदीवारी के बिना ही बना दिया गया शाला भवन भी खतरनाक ही माना जा सकता है। इसके अलावा बरसात में यहाँ पानी भर जाता है।
ज्ञातव्य है कि लगभग तीन महीने पहले सिवनी ब्लॉक के जुरतरा ग्राम में 26 जनवरी को हृदय विदारक घटना घटी थी। खुले में पक रहे मध्यान्ह भोजन पर शिक्षक ने लापरवाही से कार चढ़ाकर आठ बच्चों को झुलसा दिया था। इसमें एक बच्ची की मृत्यु भी हो गयी थी। इस हादसे के बाद प्रशासन ने सुधार के लिये जिले भर में कागजी आदेश – निर्देश तो जारी कर दिये लेकिन उन पर अमल नहीं हुआ।
उस हादसे के तीन महीने बाद इसी ब्लॉक के दूसरे जुरतरा गाँव के सरकारी स्कूल की हकीकत सामने आयी है, जो खुद बयां कर रही है, कि प्रशासन और शिक्षा विभाग के अफसर महज आदेश – निर्देश जारी करने की खानापूर्ति मात्र कर रहे हैं।
जनशिक्षा केन्द्र हिनोतिया के अंतर्गत शासकीय उन्नयन माध्यमिक शाला जुरतरा की प्रधान पाठक हेमलता घर्ते ने बताया कि शाला में 40 छात्र – छात्राएं अध्ययनरत हैं। शाला परिसर में जो हैण्ड पंप है, उससे फ्लोराइड युक्त पानी आता है, यह पानी बच्चों के स्वास्थ्य के लिये उपर्युक्त नहीं है। मध्यान्ह भोजन बनाने और बच्चों को परोसे जाने के लिये किचिन शेड भी नहीं है।
उन्होंने बताया कि ऐसी स्थिति में बच्चों का मध्यान्ह भोजन शाला से कुछ दूर प्राथमिक शाला परिसर में समूह द्वारा बनाया जाता है। वहीं बच्चों को भोजन के लिये लेकर जाया जाता है और फिर भोजन के बाद बच्चों को अपने साथ लेकर आते हैं। किचिन शेड और पानी की उचित व्यवस्था के लिये प्रधान पाठक के द्वारा पूर्व में डीपीसी, बीआरसीसी और दूसरे अधिकारियों को लिखित एवं मौखिक तौर पर बताया जा चुका है, लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
वहीं, विद्यार्थियों के परिजनों ने बताया कि पिछले सत्र में ही यह शाला हैण्ड ओवर हुई है। बाउंड्रीवॉल विहीन यह शाला भवन गाँव की मुख्य सड़क के किनारे स्थित है। खुले में सड़क किनारे खेलते बच्चों के साथ हादसे की आशंका बनी रहती है। बरसात के दिनों में स्कूल परिसर में घुटने तक पानी और कीचड़ हो जाता है, यहाँ पानी निकासी की उचित व्यवस्था नहीं है। इन समस्याओं को भी दूर करने किसी अधिकारी ने अब तक प्रयास नहीं किये हैं।